कोलकाता:संदेशखाली केस में गिरफ्तार हो चुका शाहजहां शेख अब बंगाल पुलिस से निकलकर सीबीआई के हवाले किया जा चुका है। सीबीआई संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न और ईडी अधिकारियों पर हमले को लेकर शेख से पूछताछ कर रही है। रविवार को बशीरहाट अदालत में सीबीआई ने शेख को पेश किया, जहां कोर्ट ने उसकी चार दिन की रिमांड मंजूर कर ली। गौर करने वाली बात यह है कि शेख के हाव-भाव महज चार दिन में ही बदले दिखाई दिए हैं। कोर्ट में पेशी के दौरान शेख के चेहरे पर तनाव साफ देखा जा सकता है। 11 दिन पहले शेख की अकड़ अब पूरी तरह से गायब दिखी।
चार दिन पहले कलकत्ता हाई कोर्ट के दूसरे आदेश के बाद बंगाल की सीआईडी टीम ने संदेखाली केस के पेपर और शहाजहां शेख को सीबीआई के हवाले किया था। इससे एक दिन पहले हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद सीबीआई की टीम को बंगाल पुलिस ने बैरंग लौटा दिया था। क्योंकि मामले में बंगाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। हालांकि जब शीर्ष अदालत ने तुरंत सुनवाई से इनकार कर दिया तो बंगाल पुलिस को सीबीआई के हवाले करना पड़ा।
11 दिन में बदले शेख के हाव-भाव
शाहजहां शेख, को भले ही संदेशखाली केस के बाद ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने 6 साल के लिए बर्खास्त कर दिया है लेकिन, वह मजबूत स्थानीय समर्थन के लिए जाना जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामूली से प्रधान पद पर रहते हुए भी शाहजहां शेख का आदेश सांसद या विधायक के आदेश से ज्यादा तवज्जो रखता था। शेख की हनक का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि संदेशखाली केस के सामने आने के दो महीने बाद शेख की गिरफ्तारी तब मुमकिन हो पाई जब हाई कोर्ट का दबाव बना।
सीबीआई हिरासत के तहत अदालत में पेशी के दौरान शेख के हाव-भाव काफी बदले नजर आए। उसके चेहरे पर तनाव, विनम्रता और अकड़ तो पूरी तरह से गायब दिखी। शाहजहां के तेवरों में यह बदलाव हिरासत की स्थितियों को उजागर करता है, खासकर तब जब 29 फरवरी को गिरफ्तारी के दिन कोर्ट में पेशी के दौरान वह पूरी तरह से आश्वस्त और निर्भीक नजर आ रहा था।
बीजेपी के आरोप
शेख की गिरफ्तारी के बाद से, बीजेपी आरोप लगा रही है कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी सरकार निलंबित पार्टी नेता को “बचा रही” थी, जिस पर यौन शोषण, पश्चिम बंगाल के संदेशखली में जमीन पर कब्जा करने और ईडी टीम पर हमला करने का आरोप है, वह सीबीआई की हिरासत में है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, ”एक तरफ प्रधानमंत्री ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का संदेश दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल के संदेशखाली से ममता दीदी ‘शाहजहां बचाओ’ का संदेश दे रही हैं।”