नई दिल्ली:दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच का सामना करने को तैयार है। ईडी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने के बाद कैलाश गहलोत को समन भेजा है और ही जांच में शामिल होने के लिए कहा था। ऐसे में कैलाश गहलोत पहले ही समन पर ईडी दफ्तर पहुंच गए हैं। कैलाश गहलोत नजफगढ़ से आम आदमी पार्टी के विधायक और दिल्ली सरकार में परिवहन, गृह और कानून मंत्री हैं।
उन्होंने ईडी के समन का जवाब देते हुए कहा था कि मैं आज ही जांच में शामिल होऊंगा। उधर आम आदमी पार्टी नेता दिलीप कुमार पांडे ने ईडी के समन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अगर ईडी का समन ना आता को ज्यादा हैरानी होती। उन्होंने कहा, अब, पूरा देश तानाशाही के खिलाफ एकजुट हो रहा है। हमने पूरे देश से भाजपा की गुंडागर्दी और अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध करने का आह्वान किया है।”
आतिशि ने क्या कहा?
उधर दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने ईडी के समन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, किसी भी गिरफ्तारी का जांच से कोई लेना-देना नहीं है। अगर जांच से लेना होता तो भाजपा की भी जांच हो रही होती। यह पूरी जांच दिल्ली की चुनी हुई सरकार को गिराने के लिए। आम आदमी पार्टी को चुनाव को रोकने की जांच है। आज कैलाश गहलोत को बुलाया है। कल मुझे बुलाएंगे और हो सकता है कि परसों सौरभ भारद्वाज को ईडी द्वारा समन जारी कर बुलाया जाए। उसके बाद एक-एक कर हमारे विधायकों को बुलाया जाएगा। यह चुनी हुई सरकार को गिराने की साजिश है। क्योंकि केंद्र की सरकार ने देख लिया है कि हर षड्यंत्र के बाद भी वो हमें चुनाव में हरा नहीं सके। इसलिए जांच के लिए अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार नहीं किया गया है। बल्कि सरकार को अस्थिर करने के लिए गिरफ्तार किया गया है। मौजूदा समय में लोकतंत्र पर प्रहार किया जा रहा है। विपक्ष के खातों के सीज किया जा रहा है और इनकम टैक्स विभाग नोटिस दे रहा है। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी लोकतंत्र में अंतिम प्रहार है।
21 मार्च को गिरफ्तार हुए थे केजरीवाल
इससे पहले ईडी ने अरविंद केजरीवाल को 9 समन भेजे थे लेकिन हर किसी ना किसी कारण के चलते उन्होंने इन समनों को दरकिनार कर दिया। इसके बाद 21 मार्च की रात ईडी केजरीवाल के घर 10वां समन लेकर पहुंची और वहीं उनसे पूछताछ कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। ईडी का आरोप है कि केजरीवाल शराब घोटाला मामले के सरगना है और इस मामले में गिरफ्तार हुए सभी लोगं से उनका सीधा संपर्क है। ईडी ने उन पर साउथ लॉबी को दिल्ली शराब नीति से लाभ पहुंचाने के बदले 100 करोड़ की रिश्वत का भी आरोप लगाया है। केजरीवाल फिलहाल एक अप्रैल तक ईडी की रिमांड पर है।