मुंबई। महाराष्ट्र के विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी(MVA) में रह-रहकर कांग्रेस नेता अपनी पार्टी से अगला मुख्यमंत्री होने का दावा पेश कर गठबंधन के घटक दलों को मुश्किलों में डाल रहे हैं। इस बार राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनावों में महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव की सफलता को दोहराएगी और राज्य का अगला मुख्यमंत्री उनकी ही पार्टी से होगा। पूर्व सीएम ने विश्वास जताया कि विपक्षी महा विकास अघाड़ी 288 सदस्यीय विधानसभा में 180 से अधिक सीटें जीतेगी और सरकार बनाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “कांग्रेस ने हाल के लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र में अधिकतम सीटें जीती हैं और वह विधानसभा चुनावों में भी अपना प्रदर्शन दोहराएगी। महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कांग्रेस पार्टी से होगा।” उन्होंने यह बयान मुंबई से करीब 275 किलोमीटर दूर पश्चिमी महाराष्ट्र के सतारा में पार्टी के एक कार्यक्रम में दिया।
बता दें कि हालिया लोकसभा चुनावों में MVA, जिसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) और शिवसेना (यूबीटी) भी शामिल हैं, ने महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से 30 सीटें जीतीं थीं। इनमें से अकेले कांग्रेस ने 13 सीटें जीतीं और वह दोहरे अंक का आंकड़ा पार करने वाली एकमात्र पार्टी थी। देश की सबसे पुरानी पार्टी ने 2019 में सिर्फ एक सीट जीती थी।
दूसरी तरफ एमवीए के अन्य घटक दलों के नेताओं ने नवंबर में होने वाले चुनावों से पहले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करने से परहेज किया है, बावजूद इसके कांग्रेस के नेता मान रहे और रह रहकर इस बात पर जोर दे रहे हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी अधिकतम सीटें जीतेगी और मुख्यमंत्री पद पर उसी के नेता काबिज होंगे। चव्हाण भी इस कड़ी में जुड़ गए। उन्होंने जोर देकर कहा, “लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट बहुत अच्छा था। लोकसभा चुनावों में एमवीए द्वारा जीती गई 65 प्रतिशत सीटों के आधार पर, गठबंधन विधानसभा चुनावों में 183 या उससे अधिक सीटें जीतेगा।”
इतना ही नहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस विदर्भ क्षेत्र में अपनी पकड़ फिर से हासिल करेगी, जहां सत्तारूढ़ भाजपा वर्षों से एक प्रमुख राजनीतिक ताकत बनी हुई है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस विदर्भ में जीत दर्ज करने जा रही है। आरक्षण का लाभ मांग रहे मराठवाड़ा क्षेत्र के दलित, मुस्लिम और मराठा लोगों ने लोकसभा चुनाव में (महायुति या भाजपा नीत एनडीए के उम्मीदवारों को) हराया है।”
बता दें कि दो सप्ताह पहले, वरिष्ठ कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने भी कहा था कि उन्हें 100 फीसदी भरोसा है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री उनकी पार्टी से ही होगा। थोराट के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने तब कहा था कि कांग्रेस को विपक्षी गठबंधन में “बड़े भाई” की भूमिका निभाने से बचना चाहिए। सितंबर की शुरुआत में, शरद पवार ने कहा था कि विधानसभा चुनाव से पहले सीएम चेहरे की घोषणा करने की कोई जरूरत नहीं है। पवार ने कहा था कि सीएम उम्मीदवार का फैसला इस आधार पर किया जाएगा कि गठबंधन में कौन सी पार्टी सबसे ज्यादा सीटें जीतती है, बावजूद इसके कांग्रेस एकतरफा दावे किए जा रही है। इससे पहले शिवसेना भी गठबंधन में सीएम फेस का ऐलान चाहती थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका।