लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका को पथुम निसंका और कुसल मेंडिस ने मजबूत शुरुआत दिलाते हुए पहले विकेट के लिए 5.3 ओवर में 45 रन जोड़े। चरित असलंका (01), दनुष्का गुनथलिका (11) और भानुका राजपक्षे (02) के जल्दी आउट होने के बाद कप्तान शनाका ने मेंडिस के साथ मोर्चा संभालते हुए पांचवें विकेट के लिए 54 रन की साझेदारी की। मेंडिस ने 37 गेंदों पर चार चौकों और तीन छक्कों की मदद से 60 रन बनाए, जबकि शनाका ने 33 गेंदों पर तीन चौके और दो छक्के लगाते हुए 45 रन की पारी खेली।
सुपर-4 में अफगानिस्तान से होगी भिड़ंत
मेंडिस और शनाका के प्रयासोंं के बावजूद श्रीलंका 158 रन पर अपने सभी बल्लेबाजों के विकेट गंवाकर संकट में थी, लेकिन करुणात्ने और फर्नांडो के प्रयासों ने उसे जीत दिलाई। करुणारत्ने 10 गेंदों पर 16 रन बनाने के बाद 19वें ओवर की पांचवीं गेंद पर रन आउट हो गए। इसके बाद फर्नांडो ने तीन गेंदों पर 10 रन बनाए, जिसमें 19वें ओवर की दूसरी गेंद पर लगाया गया विजयी चौका शामिल था। इस जीत के साथ श्रीलंका ने सुपर-4 में जगह बना ली है, जहां उसका सामना शनिवार को अफगानिस्तान से होगा।
इससे पहले अफीफ हुसैन, मेहदी हसन मिराज, महमूदुल्लाह और मोसादेक हुसैन की आक्रामक पारियों के दम पर बांग्लादेश ने एशिया कप टी20 टूर्नामेंट के ग्रुप बी मैच में श्रीलंका के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 183 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।
बांग्लादेश का श्रीलंका के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय में यह सर्वाधिक स्कोर है। पारी का आगाज करते हुए मेहदी हसन मिराज ने 26 गेंद में दो चौके और दो छक्के की मदद से 38 रन बनाए। विकेटों के गिरने के बीच अफीफ हुसैन (22 गेंद में 39 रन) और अनुभवी महमुदुल्लाह (22 गेंद में 27 रन) ने पांचवें विकेट के लिए 57 रन की आक्रामक साझेदारी कर बड़े स्कोर की नींव रखी। अफीफ ने अपनी पारी में चार चौके और दो छक्के तो वहीं महमूदुल्लाह ने एक चौका और एक छक्का लगाया।
मोसादेक हुसैन ने आखिरी ओवरों में नौ गेंद की नाबाद पारी में चार चौकों की मदद से 24 रन बनाकर टीम के स्कोर को 183 के पार पहुंचाया। बांग्लादेश ने आखिरी पांच ओवरों में 60 रन बटोरे। टीम के लिए कप्तान शाकिब अल हसन ने 22 गेंद में 24 रन का योगदान दिया।
श्रीलंका के लिए वानिंदु हसरंगा और चमिका करुणारत्ने ने दो -दो विकेट लिये। पदार्पण कर रहे असिथा फर्नांडो (51 रन पर एक विकेट) ने पारी के तीसरे ओवर में शब्बीर रहमान (पांच रन) को पवेलियन की राह दिखाकर श्रीलंका को पहली सफलता दिलायी।
मेहदी हसन मिराज ने चौथे ओवर में महीश तीक्षना की गेंद पर छक्का और पांचवें ओवर में फर्नांडो के खिलाफ लगातार गेंदों पर छक्का और चौका लगा कर रन गति को तेज किया। फर्नांडो के इस ओवर से बांग्लादेश ने 18 रन बटोरे।
अगले ओवर में मेहदी हसन मिराज ने एक और चौका जड़ा जिससे पावरप्ले में टीम का स्कोर एक विकेट पर 55 रन हो गया। सातवें ओवर में गेंदबाजी के आये हसरंगा ने मेहदी हसन मिराज को बोल्ड कर 26 गेंद में 38 रन की उनकी पारी को खत्म किया। अगले ओवर में चमिका करुणारत्ने की उछाल लेती गेंद पर मुशफिकुर रहीम (चार रन) विकेटकीपर मेंडिस को कैच देकर आउट हुए।
कम होती रन गति को पटरी पर लाने के लिए कप्तान शाकिब अल हसन ने जोखिम उठाकर नौवें और 10वें ओवर में चार गेंद पर तीन चौके जड़े। तीक्षना ने 11वें ओवर में उन्हें बोल्ड करके उनकी पारी को खतरनाक होने से पहले ही रोक दिया।
इसके बाद अफीफ हुसैन और महमुदुल्लाह तेजी से रन बटोरे। अफीफ इस दौरान ज्यादा आक्रामक रहे। उन्होंने 13वें ओवर में हसरंगा और 16वें ओवर में फर्नांडो के खिलाफ लगातार गेंदों पर चौका और छक्का लगाया तो वहीं महमुदुल्लाह ने यही काम पारी के 15वें ओवर में हसरंगा के खिलाफ किया।
दोनों की अर्धशतकीय साझेदारी को मदुशंका ने 17वें ओवर में अफीफ को आउट कर तोड़ा। 18वें ओवर में हसरंगा ने महमुदुल्लाह को चलता किया। इसके के बाद मोसादेक ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से श्रीलंका के गेंदबाजों को दबाव में ला दिया। आखिरी ओवर में तस्कीन अहमद (नाबाद 11) ने भी छक्का लगाया जिससे टीम ने 180 के स्कोर को पार किया।