नई दिल्ली:कथित शराब घोटाले में करीब एक साल से जेल में बंद आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदियो की एक अपील कोर्ट ने स्वीकार कर ली है। कोर्ट ने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री सप्ताह में एक दिन बीमार पत्नी से मुलाकात की अनुमति दी है। दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने कहा कि कस्टडी पैरोल में वह पत्नी से मिल सकेंगे। बैठक के दौरान डॉक्टर भी मौजूद रहेंगे। यह व्यवस्था अगले आदेश तक जारी रहेगी।
कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में मनीष सिसोदिया को पिछले साल 26 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। वह तब से ही तिहाड़ में बंद हैं। सिसोदिया की पत्नी लंबे समय से बीमार हैं। इससे पहले भी कुछ मौकों पर कोर्ट ने उन्हें पत्नी से मुलाकात की इजाजत दी थी। सिसोदिया ने 27 जनवरी को आवेदन दायर करके पत्नी से सप्ताह में दो दिन मिलने के लिए पैरोल की मांग की थी। इसके अलावा उन्होंने नियमित जमानत भी मांगी है। कोर्ट ने उनकी नियमित जमानत याचिका पर सुनवाई 12 फरवरी को दोपहर 2 बजे तय की है।
सिसोदिया की पत्नी 20 महीने से मल्टिपल स्क्लिरोसिस से पीड़ित हैं। सिसोदिया की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील मोहित माथुर ने कहा, ‘इससे पहले भी मुझे कोर्ट ने पत्नी से मिलने की अनुमति दी थी और शर्तों के उल्लंघन की कोई शिकायत नहीं हैं।’ यह भी कहा गया कि सिसोदिया की पत्नी की स्थिति बहुत खराब है और चलने के लिए भी उन्हें सहारे की जरूरत होती है। मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ा है। कोर्ट में मौजूद सिसोदिया ने कहा कि उनकी पत्नी अपने शरीर पर नियंत्रण खो रही है और खुद से चल भी नहीं सकती। सिसोदिया ने कहा, ‘वह चल नहीं सकती, क्योंकि उसके मस्तिष्क ने शरीर के अंगों पर नियंत्रण खोना शुरू कर दिया है। 10-15 मिनट तक वह खुद चल भी नहीं सकती।’
याचिका का विरोध करते हुए सीबीआई और ईडी ने कहा कि सिसोदिया को सप्ताह में एक दिन ही मिलने की इजाजत दी जाए। स्पेशल जज एमके नागपाल ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद सिसोदिया को सप्ताह में एक दिन पत्नी से मुलाकात की इजाजत दे दी। यह व्यवस्था अगले आदेश तक रहेगी। कोर्ट ने इससे पहले 10 नवंबर 2023 को भी उन्हें पत्नी से मिलने की इजाजत दी थी। 2 जून 2023 को हाई कोर्ट के आदेश पर वह पत्नी से मिल पाए ते।
सुप्रीम कोर्ट का फिर खटखटाया दरवाजा
मनीष सिसोदिया ने 2023 में उन्हें जमानत देने से इनकार करने के फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपनी दो क्यूरेटिव पिटीशन पर जल्द सुनवाई करने की अर्जी दी। सिसोदिया की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी ने चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ से जल्द सुनवाई की अपील करते हुए कहा कि सिसोदिया एक साल से जेल में बंद हैं। सीजेआई ने कहा कि वह पहले ही याचिकाओं को सूचीबद्ध करने का निर्देश दे चुके हैं।