नई दिल्ली:दिल्ली एनसीआर के स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी के मामले में पुलिस बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है। दिल्ली पुलिस धमकी भरे इमेल के बारे में और जानकारी इकट्ठा करने के लिए रूस को लेटर रोगेटरी (एलआर) भेज सकती है। इसके लिए वह केंद्रीय गृह मंत्रालय और फिर कोर्ट का रुख करेगी। पुलिस पहले ही जांच में सहायता के लिए सीबीआई के जरिए इंटरपोल से अनुरोध कर चुकी है। बता दें, एलआर एक न्यायिक रिक्वेस्ट है जिसपर तुरंत प्रतिक्रिया दी जाती है।
एलआर एक न्यायिक अनुरोध है और सहयोगी आमतौर पर इन संचारों पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हैं। पिछले साल, 12 अप्रैल को सादिक नगर के इंडियन स्कूल में बम की धमकी मिलने के बाद पुलिस ने रूस को एलआर भेजा था। पिछले साल सादिक नगर में मौजूद स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद भी रूस को एलआर भेजा गया था। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक रूस ने इस पर तुरंत प्रतिक्रिया दी थी और कहा था कि जिस आईपी एड्रेस से धमकी दी गई, उसकी जानकार भी दी थी। उस दौरान ये भी पता चला था कि आरोपी ऑस्ट्रिया से है।
200 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी
बुधवार को दिल्ली के करीब 200 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी वाला ईमेल भेजा गया था। ईमेल मिलने के बाद ही सभी स्कूलों में अफरा तफरी मच गई और बच्चों को तुरंत घर लौटा दिया गया। इसके सुरक्षा एजेंसियां हर स्कूल में बम की ताळ में जुट गई, हालांकि बाद में पता चला कि यह केवल अफवाह थी। ईमेल भेजने के लिए अपराधियों ने रूसी ईमेल सर्विस का इस्तेमाल किया था। इस सर्विस के जरिए यूजर्स गुमनाम रह सकते हैं और अवैध गतिविधियां भी आसानी से सबके सामने नहीं आती।
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने एनसीआर के स्कूलों को ई-मेल भेजकर उनके यहां बम होने की झूठी जानकारी देने के मामले में इंटरपोल के जरिए सूचना हासिल करने के लिए सीबीआई को पत्र लिखा था। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई दिल्ली पुलिस द्वारा मांगी गई जानकारी इंटरपोल को भेज सकती है और फिर इंटरपोल इसे सभी सदस्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों को भेजेगा।
दिल्ली पुलिस ई-मेल भेजने के लिए इस्तेमाल किए गए आईपी एड्रेस के अलावा ई-मेल के प्रेषक और सोर्स की भी जांच कर रही है ताकि इस झूठी धमकी देने के पीछे की साजिश और मकसद का पता लगाया जा सके। इस कारण बुधवार को दिल्ली-एनसीआर में दहशत फैल गई थी।