ताइपे: चीन की धमकियों से जूझ रहे ताइवान ने ड्रैगन के खतरे से निपटने के लिए स्वदेशी सुपरसोनिक मिसाइल यून फेंग बनाने में सफलता हासिल कर ली है। यह मिसाइल चीन की राजधानी बीजिंग तक तबाही मचाने में सक्षम है। ताइवान के विधायी सभा के अध्यक्ष यू सी कून ने इस मिसाइल का हवाला देकर चीन को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि ताइवान पर हमला करने से पहले चीन दो बार सोच ले। योउ ने यह चेतावनी ऐसे समय पर दी है जब चीन और ताइवान के बीच समुद्री इलाके पर ड्रैगन ने अपनी संप्रभुता का दावा किया है।
चीन ने पहली बार यह दावा किया है कि ताइवान स्ट्रेट एक अंतरराष्ट्रीय समुद्र नहीं है। ताइवान ओवरसीज नेटवर्क के समक्ष दिए अपने भाषण में यू सी कून ने ताइवान चीन के खिलाफ अपनी गुप्त मिसाइल का इस्तेमाल करने से परहेज नहीं करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि ताइवान अपनी सेना को सुपरपावर चीन से होने वाली किसी जंग से निपटने के लिए आत्मनिर्भर बनाने की योजना पर काम कर रहा है।
ताइवान चीन की राजधानी बीजिंग तक को निशाना बनाने में सक्षम
ताइवानी नेता ने ताइवान की तुलना यूक्रेन से करते हुए कहा कि हम अपनी संप्रभुता की रक्षा करेंगे और उन्हें इसके लिए तैयार रहना होगा। माना जा जाता है कि ताइवान ने यून फेंग क्रूज मिसाइल का विकास 1996 में ताइवान स्ट्रेट संकट के पैदा होने के बाद किया था। उस समय चीन ने कई मिसाइल परीक्षण करके ताइवान को डराने की कोशिश की थी। माना जाता है कि ताइवान की इस क्रूज मिसाइल की मूल रूप से रेंज 1000 किमी थी लेकिन इसके अपडेट वर्जन की मारक क्षमता अब 2000 किमी तक पहुंच गई है।
ताइवान मिसाइल की 2000 किमी की क्षमता की वजह से वह अब चीन की राजधानी बीजिंग तक को निशाना बनाने में सक्षम हो गया है। बीजिंग ताइवान से करीब 2000 किमी की दूरी पर स्थित है। चीन लगातार ताइवान को जंग की धमकी दे रहा है। चीन ने कहा कि अगर बातचीत से मामला नहीं सुलझा तो वह ताकत के बल पर ताइवान पर कब्जा कर लेगा। चीन और ताइवान को बांटने वाले संकरे समुद्री रास्ते को लेकर ताइवान और चीन के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। अमेरिका अक्सर ताइवान के समर्थन में अपने युद्धपोतों को इस रास्ते से भेजता है जिससे चीन बुरी तरह चिढ़ जाता है। अमेरिका और अन्य देशों का मानना है ताइवान स्ट्रेट एक अंतरराष्ट्रीय समुद्र है।