डेस्क। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि उन्होंने अपने तीसरे कार्यकाल में देश को विकसित राष्ट्र बनाने का बहुत महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत आज अवसरों की भूमि है। मोदी ने न्यूयॉर्क में हजारों भारतीय अमेरिकियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘इस कठिन चुनाव प्रक्रिया, इस लंबी चुनाव व्यवस्था से गुजरने के बाद, भारत में (इस वर्ष) कुछ अभूतपूर्व हुआ। क्या हुआ…’अबकी बार मोदी सरकार।’
उन्होंने कहा, ’60 साल में पहली बार भारत के लोगों ने ऐसा जनादेश दिया है जिसका बहुत महत्व है। अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान मुझे बहुत महत्वाकांक्षी लक्ष्य हासिल करने हैं। हमें तीन गुना ताकत के साथ आगे बढ़ना है।’ मोदी ने कहा कि उन्होंने अपना जीवन सुशासन और समृद्ध भारत के लिए समर्पित कर दिया है। उन्होंने कहा कि नियति उन्हें राजनीति में लेकर आई है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनने के बारे में नहीं सोचा था।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में लोगों ने शासन के इस मॉडल को देखा है और इसलिए उन्हें तीसरी बार सत्ता में लाने के लिए वोट दिया है। प्रधानमंत्री 13,000 से ज्यादा भारतीय अमेरिकियों से भरे नासाउ वेटरन्स कोलिजियम में बोल रहे थे। आयोजकों ने बताया कि इनमें से ज्यादातर लोग न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी क्षेत्र से थे, लेकिन भारतीय अमेरिकी 40 राज्यों से आए थे। उन्हें लाने के लिए 60 चार्टर बसों का इस्तेमाल किया गया था।
भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत करने में भारतीय-अमेरिकियों की भूमिका की सराहना करते हुए मोदी ने उन्हें भारत का ‘ब्रैंड एंबेसडर’ बताया। उन्होंने संस्कृत के एक श्लोक का उल्लेख किया और कहा कि भारतीय प्रवासी जहां कहीं भी रहते हैं, वे हर क्षेत्र में सामाजिक और राष्ट्र के विकास में योगदान देते हैं।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने विश्व भर में, खासकर भारत और अमेरिका में लोकतंत्र के उत्सव पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, ‘भारत में चुनाव संपन्न हो चुके हैं, जबकि अमेरिका में अभी प्रक्रिया चल रही है। भारत में हाल में संपन्न हुए चुनाव मानव इतिहास में अब तक के सबसे बड़े चुनाव थे। जब हम भारत के लोकतंत्र के पैमाने को देखते हैं, तो हमें और भी अधिक गर्व होता है।’
मोदी ने देश और समुदाय को गौरवान्वित करने में भारतीय अमेरिकियों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘कल ही (अमेरिका के) राष्ट्रपति (जो) बाइडन मुझे डेलावेयर में अपने घर ले गए। उनका स्नेह, उनकी गर्मजोशी, यह एक ऐसा क्षण था जिसने मेरे दिल को छू लिया। यह 140 करोड़ भारतीयों के लिए सम्मान की बात है। यह सम्मान आपके लिए है, आपकी उपलब्धियों के लिए है, यहां रहने वाले सैकड़ों-हजारों भारतीयों के लिए है।’
मोदी ने भारतीय अमेरिकियों को भारत का ‘ब्रैंड एंबेसडर’ बताया। उन्होंने हाल में अमेरिका में संपन्न टी-20 क्रिकेट विश्व कप का भी उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत दुनिया की पांचवें से अब तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की आकांक्षा रखता है। उन्होंने कहा, ‘आज भारत के लोग आत्मविश्वास से भरे हुए हैं, उनमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का दृढ़ संकल्प है।’ मोदी ने कहा कि भारत में विकास अब एक जन आंदोलन बन गया है।
उन्होंने कहा, ‘हर भारतीय को भारत और उसकी उपलब्धियों पर भरोसा है। भारत आज अवसरों की भूमि है। देश अब अवसरों का इंतजार नहीं कर रहा है। यह अब अवसरों का सृजन कर रहा है।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि महज एक दशक में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है। प्रधानमंत्री ने भारतीय अमेरिकियों से कहा, ‘यह इसलिए संभव हुआ क्योंकि हमने अपनी पुरानी सोच बदली। हमने अपना दृष्टिकोण बदला। हमने गरीबों को सशक्त बनाया।’ उन्होंने कहा कि यह नया मध्यम वर्ग ही है जो भारत के विकास को गति दे रहा है।
मोदी ने कहा कि दुनिया के लिए एआई का मतलब ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ है, लेकिन उनका मानना है कि एआई का मतलब ‘अमेरिका-इंडिया’ भावना भी है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कोई तमिल बोलता है, कोई तेलुगु, कोई मलयालम, कोई कन्नड़ तो कोई पंजाबी और कोई गुजराती या मराठी बोलता है, भाषा अनेक हैं लेकिन भाव एक है और वो भाव है – भारतीयता। दुनिया के साथ जुड़ने के लिए ये हमारा सबसे बड़ा सामर्थ्य है। यही मूल्य हमें सहज रूप से विश्व-बंधु बनाते हैं।’
प्रधानमंत्री के आगमन से पहले कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण मनोरंजक सांस्कृतिक कार्यक्रम था। ‘द इकोज ऑफ इंडिया – ए जर्नी थ्रू आर्ट एंड ट्रेडिशन में’ 382 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध कलाकारों ने प्रस्तुति दी।
इनमें ग्रैमी पुरस्कार के लिए नामित चंद्रिका टंडन, स्टार वॉयस ऑफ इंडिया विजेता और सुपरस्टार ऐश्वर्या मजूमदार, इंस्टाग्राम ‘डांसिंग डैड रिकी पॉन्ड’ और गायक रेक्स डिसूजा शामिल हैं। कार्यक्रम में 117 कलाकारों ने अनूठी प्रस्तुतियां दीं। आयोजकों ने बताया कि 30 से अधिक शास्त्रीय, लोक, आधुनिक और फ्यूजन प्रस्तुतियां शामिल हैं।