नई दिल्ली:दिल्ली की हवा मंगलवार को लगातार तीसरे दिन भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही। दिन के समय चली तेज सतही हवाओं ने प्रदूषण के कणों को तितर-बितर करने का काम किया। जिसकी वजह से देर रात तक राजधानी की हवा ‘खराब’ श्रेणी के स्तर पर पहुंच गई। शहर में सुबह के समय हल्का कोहरा भी छाया रहा। हालांकि बाद में विजिबिलिटी में सुधार हुआ और लोगों को धूप के दर्शन हुए। इस दौरान आसमान साफ रहा।
सुबह 7 बजे दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 395 (बहुत खराब) के साथ ‘गंभीर’ स्तर के करीब था। हालांकि, शाम 4 बजे तक एक्यूआई में सुधार हुआ और यह 343 पर आ गया। जब केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने अपना डेली नेशनल बुलेटिन जारी किया तब 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के कारण, शाम 7 बजे तक यह सुधरकर 317 और रात 10 बजे तक 306 हो गया।
रात 11 बजे तक दिल्ली में औसत एक्यूआई 304 था, लेकिन कम से कम 15 वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन में हवा ‘खराब’ जोन में थी। इसी बीच, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद ‘मध्यम’ जोन में, जबकि गुरुग्राम और गाजियाबाद ‘खराब’ स्तर पर थे। सेंटर अर्ली वार्निंग सिस्टम फॉर दिल्ली (ईडब्ल्यूएस) के पूर्वानुमान से पता चलता है कि राजधानी का एक्यूआई बुधवार को भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहेगा। हवा की गति कम होने के कारण गुरुवार तक यह फिर से ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच जाएगा।
स्काईमेट मौसम विज्ञान के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा, ‘मंगलवार को दिन में हवाएं तेज हो गईं जिससे प्रदूषकों के बिखराव में मदद मिली। सोमवार को, हवा ज्यादातर शांत थी और हमने दिन भर में गिरावट और धुंध देखी।’ पलावत ने कहा कि 29 नवंबर के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ के इस क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है, जिससे 28 नवंबर से हवा की गति धीमी हो जाएगी। उन्होंने कहा, ‘जब एक पश्चिमी विक्षोभ क्षेत्र को प्रभावित करना शुरू करता है, तो हवाएं स्थिर हो जाती हैं। इसलिए 28 नवंबर से एक्यूआई में फिर से गिरावट आ सकती है।’