बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बोचहां उपचुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की जीत के कुछ दिनों बाद तेजस्वी यादव द्वारा आयोजित एक इफ्तार पार्टी में भाग लिया। इसके बाद बिहार में अटकलबाजियों का दौर चल पड़ा है। पटना के सियासी हलकों में इस पार्टी की खूब चर्चा हो रही है। हालांकि, इफ्तार पार्टी के लिए राजद नेता के पटना आवास पर आने वालों में भाजपा नेता अवधेश नारायण सिंह और सैयद शाहनवाज हुसैन भी शामिल थे। वहीं, लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान ने भी शिरकत की।
नीतीश कुमार पांच साल के अंतराल के बाद तेजस्वी यादव के घर इफ्तार पार्टी में शामिल हुए। इससे पहले 2017 में इस घर पर पहुंचे थे। आपको बता दें कि इसी साल नीतीश कुमार ने महागठबंधन का साथ छोड़ दिया था और भाजपा के साथ साझेदारी को फिर से शुरू की थी। नीतीश कुमार और लालू यादव के परिवार के बीच इस सियासी घटना के बाद से संबंध चरमरा गए थे।
कल बिहार के मुख्यमंत्री पार्टी में शामिल होने के लिए लगभग 50 मीटर दूर राबड़ी देवी के घर पैदल पहुंचे। यहां चिराग पासवान नीतीश कुमार के पैर छूते दिखे। आपको बता दें कि अक्टूबर 2020 में कार्डियक अरेस्ट के कारण युवा राजनेता के पिता रामविलास पासवान की मृत्यु के बाद दोनों पहली बार मिले।
सैयद शाहनवाज ने कहा, “मैंने और सुशील मोदी जी ने इफ्तार की मेजबानी की थी और नीतीश कुमार भी वहां आए थे। यहां, तेजस्वी यादव ने मेजबानी की है और हमें आमंत्रित किया गया है, इसलिए हम आए हैं। इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने की जरूरत नहीं है।”
तेजस्वी यादव की इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार की उपस्थिति को भाजपा पर एक दबाव बनाने की कोशिश की तरह भी देखी जा रही है। हाल ही में भाजपा के नेताओं ने उन्हें दिल्ली भेजने और बिहार के लिए मुख्यमंत्री पद पार्टी को देने की बात कही थी। आपको बता दें कि नीतीश कुमार नवंबर 2020 में चौथे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री बने। इस चुनाव में जेडीयू को भाजपा की 74 सीटों की तुलना में सिर्फ 43 सीटें मिली थी। इसके बावजूद नीतीश कुमार सीएम बने।
भाजपा के कुछ विधायकों ने मांग की है कि नीतीश कुमार को सीएम पद छोड़ देना चाहिए और मुख्यमंत्री भाजपा का होना चाहिए। नीतीश कुमार की राष्ट्रपति चुनाव के लिए संभावित उम्मीदवारी और राज्यसभा जाने की भी चर्चा चल रही है।
आपको बता दें वीर कुंवर सिंह जयंती में शामिल होने के लिए गृह मंत्री अमित शाह आज बिहार आ रहे हैं।