भरतपुर:हरियाणा के नूंह जिले में हिंसा से फरीदाबाद और गुरुग्राम में फैले तनाव के बाद अब राजस्थान के भरतपुर जिले में निगरानी बढ़ा दी गई है। राजस्थान सरकार द्वारा एहतियात के तौर पर अब भरतपुर जिले की 4 तहसीलों में भी इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। पूरे भरतपुर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। हरियाणा-भरतपुर सीमा पर कड़ी नाकेबंदी की गई है और चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है।
भरतपुर के पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि जिले में निगरानी बढ़ा दी गई है और सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की सीमा से सटे इलाकों में सतर्कता बरती जा रही है।
गौरतलब है कि हरियाणा के नूंह जिले में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद, मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी और बजरंग दल की ब्रजमंडल 84 कोस शोभा यात्रा को रोकने के लिए एक समुदाय के लोगों द्वारा पथराव कर दिया गया था। इसके बाद हुई हिंसा और आगजनी की घटनाओं में दो होम गार्ड्स सहित कुल 4 लोगों की मौत हो गई और लगभग एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि होमगार्ड के जवान नीरज की गोली लगने से मौत हो गई। हिंसा में मारे गए होमगार्ड के दूसरे जवान की पहचान गुरसेवक के रूप में हुई।
मुस्लिम बहुल नूंह में भड़की साम्प्रदायिक हिंसा की यह आग बाद में सोहना, गुरुग्राम और फरीदाबाद तक फैल गई थी। हिंसा की घटनाओं के बाद सभी प्रभावित सभी जिलों में जिले में धारा-144 लागू कर लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। स्कूल-कॉलेज बंद भी हैं और जिले की सीमाएं भी सील कर दी गई हैं।
इस बीच, हरियाणा सरकार ने नूंह जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स की 20 कंपनियों को तैनात कर दिया है। पुलिस और अर्द्धसैनिक बल लगातार सभी जगह गश्त कर रहे हैं।