नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज न होने पर सात पहलवानों के समूह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। अदालत ने इस मामले की नोटिफिकेशन करते हुए शुक्रवार को सुनवाई की तारीख तय की है।
सर्वोच्च न्यायालय में सात महिला पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष के खिलाफ याचिका दायर की है। अदालत ने इनकी याचिका पर संज्ञान लेने के साथ ही आदेश भी दिया है कि सभी महिला याचिकाकर्ताओं के नाम न्यायिक रिकॉर्ड से हटाए जाएं ताकि उनकी पहचान उजागर न हो सके।
सोमवार को जंतर-मंतर पर दूसरे दिन धरना करते हुए पहलवानों ने कहा था कि शिकायत देने के बावजूद पुलिस उनकी सुनने को तैयार नहीं है। पुलिस बृजभूषण के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने को तैयार नहीं है। पहलवानों ने कहा कि मंच पर सभी राजनीतिक दलों का स्वागत है। चाहे वह भाजपा, कांग्रेस, आप या कोई अन्य पार्टी हो। हम किसी भी पार्टी से जुड़े नहीं हैं।
पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि हमारे साथ राजनीति हो रही है। धरना स्थल पर न तो पानी आने दिया जा रहा है और न ही समर्थन करने वालों को प्रवेश दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मंच पर सभी राजनीतिक दलों का स्वागत है। बशर्तें वह मंच से राजनीति न करें। हम किसी भी पार्टी से जुड़े नहीं हैं।
पिछली बार जनवरी में पहलवानों ने किसी भी पार्टी के नेताओं को मंच पर नहीं आने दिया था। पूनिया ने देश के सभी खिलाड़ियों से समर्थन मांगने के संबंध में ट्वीट किया कि आज कुश्ती खिलाड़ियों के साथ खड़े होने की जरुरत है।
आप सभी खिलाड़ियों से उम्मीद है कि महिला खिलाड़ियों को न्याय दिलवाने के लिए आगे आएंगे। पहलवान विनेश फोगाट ने कहा कि तीन महीने पहले रेसलिंग फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आवाज उठाई थी।
सरकार के निर्देश पर भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन एक कमेटी बनाई थी। रिपोर्ट देने के लिए चार हफ्ते का समय मांगा था। तीन महीने बीत गए, लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिला।
पुलिस भी मामले में कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। विनेश ने कहा कि पुलिस को सात लड़कियों ने बृजभूषण के खिलाफ शारीरिक शोषण की शिकायत दी। इसके बावजूद पुलिस एफआइआर दर्ज नहीं कर रही है।
विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी जारी कर लोगों से समर्थन के लिए जंतर-मंतर पहुंचने की अपील की है। पहलवानों ने हरियाणा की खाप पंचायतों से भी समर्थन मांगा है।
वहीं, आप से राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता सोमवार को धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि पहलवानों को न्याय के लिए दोबारा धरने पर बैठना पड़ा। सरकार सुन नहीं रहीं और पुलिस केस दर्ज नहीं कर रही। गुप्ता ने कहा कि सरकार से अनुरोध है कि खिलाड़ियों की मांगों पर कार्रवाई करें। तुरंत बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए।