जयपुर: उदयपुर जिले के सराड़ा थाना क्षेत्र के झाड़ोल गांव से घर पर पथराव करने और सिर कलम करने की धमकी देने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया हैं। आरोपितों ने जिले के एक कारोबारी को सर तन से जुदा करने की धमकी दी थी। पुलिस मामले में आरोपितों की और साथियों की तालाश कर रही है। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह पीड़ित कारोबारी के एक जैसी दुकान खोलने के बाद हो रहे घाटे से परेशान थे और चाहता था कि वह दुकान बंद कर गांव से चला जाए।
मामले की विस्तृत जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने बताया कि देवीलाल की गांव में काफी समय से खाद-बीज की दुकान है। गोविंद पटेल ने भी हाल में खाद- बीज की दुकान खोली है। इसके बाद से उसकी ग्राहकी प्रभावित होने लगी थी। इस वजह से देवीलाल उससे रंजिश रखने लग गया और उसको डराने के लिए पहले उसके घर पर पथराव किया फिर पत्र लिखकर उसके बारह टुकड़े करने और सर तन से जुदा करने की धमकी दी थी। कारोबारी ने पत्र मिलने के बाद उसकी शिकायत सराड़ा थाना पुलिस से की। सराड़ा थाना पुलिस ने मामले में देवीलाल पटेल और उसके छोटे भाई जीतेंद को गिरफ्तार किया है। उनके दो अन्य साथियों की तलाश जारी है। दोनों मजदूर थे और उनके यहां काम करते थे। बुधवार को चारों ने मिलकर पड़ोसी कारोबारी गोविन्द पटेल की दुकान पर पथराव कर तोड़फोड़ भी की थी।
पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने बताया कि आरोपितों की मंशा थी कि पीड़ित गांव छोड़कर चला जाए। उन्होंने बताया कि झाड़ोल गांव में उनकी सबसे पुरानी दुकान थी। दैनिक सामान की सबसे बड़ी उनकी दुकान से वह अच्छा खासा कमा रहे थे कि कुछ महीने पहले गोविन्द पटेल ने अपने घर में दुकान निकालकर उनके जैसा ही कारोबार शुरू कर दिया। इसके चलते उनकी कमाई कम होती गई और वह घाटे में आ गए थे। उन्होंन पहले गोविन्द पटेल को दुकान बंद करने के लिए कई तरह से धमकाया भी लेकिन वह नहीं माना।
इस मामले में पीड़ित गोविन्द पटेल का कहना था कि वह और धूलजी पटेल के परिजन कई पीढ़ियों से पड़ोसी थे। सभी मिल-जुलकर रहते थे लेकिन जब से उसने दुकान खोली तब से धूलजी और उनके बेटे देवीलाल और जीतेंद्र रंजिश रखने लगे। उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को आए दिन धमकाते। बुधवार को दुकान पर पथराव कर जमकर तोड़फोड़ की। किन्तु जब उन्हें बारह टुकड़े कर शव बोरे में डालकर फैंकने तथा सर तन से जुदा करने की धमकी मिली तब वह थाने पहुंचे तथा मामला दर्ज कराया था।