जयपुर:पीएम मोदी पर 21 रुपये वाली ‘लिफाफा’ टिप्पणी करने के मामले में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा बुरी तरह घिरती नजर आ रही है। राजस्थान के भीलवाड़ा में देवनारायण मंदिर के पुजारी ने प्रियंका पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए दान के लिफाफे के बारे में कहानी गढ़ने का आरोप लगाया है। प्रियंका ने इस लिफाफे में केवल 21 रुपये होने की बात कही थी। सनद रहे भाजपा ने प्रियंका पर झूठे बयान देने का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग में शिकायत दी है। इस शिकायत पर आयोग ने प्रियंका से जवाब तलब किया है।
‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की रिपोर्ट के मुताबिक, देवनारायण मंदिर के पुजारी ने ऐसी किसी घटना पर कोई बयान देने से इनकार कर दिया। हालांकि मंदिर के पुजारी हेमराज पोसवाल ने शुक्रवार को यह जरूर कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दान किए गए लिफाफे के संबंध में कभी कोई बयान नहीं दिया। पोसवाल ने आरोप लगाया कि स्थानीय नेताओं ने ‘सनातन धर्म’, मंदिर और प्रधानमंत्री मोदी की छवि को खराब करने के लिए स्थानीय मीडिया में यह खबर ‘प्लांट’ की थी।
हेमराज पोसवाल (Devnarayan temple priest Hemraj Poswal) ने कहा- देश भर में हजारों देवनारायण मंदिर हैं क्या प्रियंका गांधी या गांधी परिवार के किसी सदस्य ने कभी किसी मंदिर का दौरा किया है। पोसवाल ने राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की सराहना करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान 4.25 करोड़ रुपये की लागत से भगवान देवनारायण की चित्रमाला बनाई गई थी। किसी को भी (प्रियंका गांधी) धार्मिक भावनाओं को आहत कर के राजनीतिक लाभ नहीं लेना चाहिए।
भाजपा ने शिकायत में कहा है कि प्रियंका ने 20 अक्टूबर को दौसा में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि उन्होंने टीवी पर देखा कि पीएम मोदी की ओर से एक मंदिर को दिए गए दान के एक लिफाफे में केवल 21 रुपये थे। भाजपा जनता को लिफाफे तो दिखाती है लेकिन चुनाव के बाद उनमें कुछ नहीं मिलता है। भाजपा ने चुनाव आयोग को अपनी शिकायत में प्रियंका के इस बयान का एक वीडियो भी दिया था। अब निर्वाचन आयोग ने इस शिकायत पर प्रियंका से 30 अक्टूबर की शाम तक जवाब देने को कहा है।