नई दिल्ली:महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर सोमवार (24 अप्रैल) को 50 साल के होने जा रहे हैं। सचिन ने 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया और 40 में रिटायर हो गए। उन्होंने अपने करियर में 100 इंटरनेशनल शतक समेत कई वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए। लेकिन सचिन जिस वर्ल्ड रिकॉर्ड से रातोंरात मशहूर हुए, वो उन्होंने स्कूल क्रिकेट में बनाया था। उन्होंने साल 1988 विनोद कांबली के साथ मिलकर हैरिस शील्ड ट्रोफी में 664 रन की अटूट साझेदारी की थी। सचिन ने बनादा 326 और कांबली ने नाबाद 349 रन की पारी खेली थी।
सचिन ने अब अपने 50वें बर्थडे से पहले इस साझेदारी को लेकर दिलचस्प खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि वह उस समय अंजान थे कि कोई रिकॉर्ड बना है। उन्होंने कहा कि क्लासमेट के भाई ने हमें इस संबंध में याद दिलाया था। सचिन ने हिंदुस्तान टाइम्स के साथ बातचीते में इस साझेदारी के बारे में कहा, ”सबसे पहले तो यह है कि हमें पता नहीं था कि यह एक रिकॉर्ड था। हम सिर्फ खेल रहे थे। कुछ दिनों के बाद मेरे क्लासमेट रिकी काउटो के भाई मार्कस (दोनों बाद में अंपायर बने) ने हमसे कहा, “मुझे लगता है कि यह एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है!”
सचिन ने कहा, ”हम सिर्फ बल्लेबाजी करना चाहते थे। जब गेम बीच में पहुंचा, तब हमारे असिस्टेंट कोच लक्ष्मण चौहान हमें मैसेज भेजने की कोशिश कर रहे थे कि “सर (कोच रमाकांत आचरेकर) ने डिक्लेयर करने के लिए कहा है।” इस तरह के और भी मैसेज आए लेकिन हम जवाब नहीं दे रहे थे। लंच के लिए ज्यादा समय नहीं बचा था और हम मस्ती कर रहे थे। हम बल्लेबाजी जारी रखना चाहते थे। लंच के समय लक्ष्मण ने कहा, “आप लोग मुसीबत में हैं… सर ने आपको कॉल करने के लिए कहा है।” विनोद और मैं चर्चा करने लगे कि कॉल कौन करेगा। विनोद ने यह जिम्मेदारी मुझेपर पर डाल दी, क्योंकि मैं कप्तान था। हम क्रॉस मैदान में खाऊ गली (फूड-स्टाल लेन) में थे और मैंने फोन किया। मैंने कहा, “सर, विनोद गुजारिश कर कर रहा है कि हम बल्लेबाजी करें क्योंकि वह 349 पर हैं।” इसके बाद, सर ने कहा, “उसे फोन दो” और उन्होंने विनोद से कहा, ‘आप फौरन डिक्लेयर करने जा रहे हैं।”
सचिन ने कहा, ”सर, की कही बातों को कुल मिलकर मतलब यह था कि आपको अभी अपनी एनर्जी बर्बाद करने की कोई जरूरत नहीं है। अगर आप अच्छे प्लेयर हैं तो अगले मैच में फिर से साबित कीजिए। उन्होंने कहा कि हमने 700 से ज्यादा रन बना लिए हैं और अगर अगर हम इसके बाद भी नहीं जीत पाए तो फिर उसका क्या फायदा।” बता दें कि सचिन-कांबली का स्कूल क्रिकेट में साझेदारी का रिकॉर्ड कई वर्षों तक कायम रहा। दोनों का यह रिकॉर्ड 2006 में हैदराबाद के मुहम्मद शाहबाज और उनके क्लासमेट मनोज कुमार ने 721 रनों की साझेदारी कर तोड़ा।