राजसमंद से होगी धार्मिक यात्रा की शुरुआत
मिली जानकारी के अनुसार वसुंधरा शुक्रवार को अपनी यात्रा की शुरुआत राजसमंद जिले में स्थिति चारभुजा मंदिर से करेंगी। इसी मंदिर से उन्होंने साल 2013 और 2018 में भी यात्रा की शुरुआत की थी। वसुंधरा शुक्रवार सुबह जयपुर से हेलीकाप्टर से रवाना होकर चारभुजा मंदिर पहुंचेंगी। वहां पूजा-अर्चना करने के बाद वह नाथद्वारा जाएंगी। नाथद्वारा में श्रीनाथजी के दर्शन करने के बाद बांसवाड़ा जिले में स्थित त्रिपुरा सुंदरी मंदिर जाएंगी। तीनों मंदिरों में पूजा-अर्चना करने के बाद शाम को कोटा पहुंचकर अपने विश्वस्त व पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल के भतीजे के निधन पर शोक व्यक्त करेंगी। इसके बाद शाम को जयपुर पहुंचेंगी।
वसुंधरा राजे की अनदेखी से समर्थक नाराज
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में पहली बार वसुंधरा राजे के चुनाव से पहले साइड लाइन किया गया है। इससे पहले दो चुनावों में वसुंधरा राजे पार्टी का प्रमुख चेहरा थीं, लेकिन इस बार बीजेपी ने वसुंधरा राजे को सीएम फेस घोषित करने से इंकार कर दिया है। बीजेपी का कहना है कि पीएम मोदी के चेहरे पर ही विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। यहीं नहीं वसुंधरा राजे को चुनाव से संबंधित बनाई गई अहम कमेटियों से भी दूर रखा है। वसुंधरा राजे समर्धकों को भी समितियों में जगह नहीं मिली है। जबकि वसुंधरा राजे समर्थक माने जाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश मेघवाल को पार्टी ने नोटिस थमा दिया है। सियासी जानकारों का कहना है कि वसुंधरा राजे की नाराजगी पार्टी को नुकसान पहुंचा सकती है। वसुंधरा राजे दो बार सीएम रहीं है। ऐसे में वसुंधरा राजे की अनदेखी से जनता के बीच गलत मैसेज जाएगा।