नई दिल्ली: भारत सरकार के द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के चुनावों के लिए 30 जून की समय सीमा निर्धारित करने के साथ भारतीय ओलंपिक समिति (IOA) तदर्थ समिति ने मतदाता सूची एकत्र करके चुनाव कराने की दिशा में पहला कदम उठाया है।
इन चुनावों के लिए निर्वाचक मंडल के गठन की जरूरत होगी। इन चुनावों से पहले तदर्थ समिति के तीसरे सदस्य (सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश) को नियुक्त किया जाना बाकी है।
आइओए के सूत्र ने कहा, न्यायाधीश की नियुक्ति जल्द होगी। हम पहले से ही इस पर काम कर रहे हैं। हमें पिछले कार्यकाल से मतदाता सूची मिली है।
क्या हैं पहलवानों के आरोप?
देश के शीर्ष पहलवानों ने निवर्तमान डब्ल्यूएफआइ प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने का आरोप लगाया था, जिसके बाद खेल मंत्रालय के निर्देश पर आइओए ने 27 अप्रैल को तदर्थ समिति का गठन किया था।
क्या 17 जून तक हो पाएंगे चुनाव?
तदर्थ समिति को इस निकाय के दैनिक मामलों के प्रबंधन के साथ चुनाव करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। तदर्थ समिति ने चार मई को अपना कामकाज संभाला था और उसे 45 दिन के अंदर चुनाव कराने की जिम्मेदारी दी गई थी। यह समय सीमा 17 जून को समाप्त हो रही है और यह स्पष्ट है कि इस तारीख तक चुनाव नहीं कराए जा सकेंगे।
क्या हैं पहलवानों के आरोप?
देश के शीर्ष पहलवानों ने निवर्तमान डब्ल्यूएफआइ प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने का आरोप लगाया था, जिसके बाद खेल मंत्रालय के निर्देश पर आइओए ने 27 अप्रैल को तदर्थ समिति का गठन किया था।
क्या 17 जून तक हो पाएंगे चुनाव?
तदर्थ समिति को इस निकाय के दैनिक मामलों के प्रबंधन के साथ चुनाव करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। तदर्थ समिति ने चार मई को अपना कामकाज संभाला था और उसे 45 दिन के अंदर चुनाव कराने की जिम्मेदारी दी गई थी। यह समय सीमा 17 जून को समाप्त हो रही है और यह स्पष्ट है कि इस तारीख तक चुनाव नहीं कराए जा सकेंगे।