भोपाल:मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के नाम पर जारी सस्पेंस सोमवार को खत्म हो गया। भारतीय जनता पार्टी ने मोहन यादव को प्रदेश की कमान दी है। डेढ़ दशक से ज्यादा समय तक प्रदेश के कप्तान रहे शिवराज सिंह चौहान ने ही उनके नाम का ऐलान किया। साथ ही जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला को राज्य का उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। कहा जा रहा है कि खुद यादव नहीं जानते थे कि भाजपा उन्हें प्रदेश के शीर्ष पद पर भेजने की तैयारी कर रही है।
‘मोहन जी खड़े हो जाइए’
पर्यवेक्षक के तौर पर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल पहुंचे हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने यादव के नाम का ऐलान किया। इसके बाद बुधनी विधायक चौहान को आगे बुलाया गया और प्रस्ताव पेश करने के लिए कहा गया। खास बात है कि इस पूरी चर्चा के दौरान यादव अंतिम पंक्ति में बैठे हुए थे। खबर है कि चौहान ने कहा, ‘अरे मोहन जी, खड़े तो हो जाइए।’
इंडिया टुडे की रिपोर्ट में भाजपा के सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सोमवार सुबह यादव ही पूछ रहे थे कि किसको चुनेंगे? रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने जानकारी दी कि बैठक के दौरान उन्होंने साथी विधायकों से पूछा कि क्या उन्हें लगता है कि उन्हें कैबिनेट में शामिल किए जाने की संभावनाएं हैं।
कई बड़े नाम बस चर्चा में ही रहे
चुनाव के बाद से ही केंद्रीय मंत्री रहे नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई बडे़ नामों को लेकर चर्चाओं का दौर जारी था। सोमवार को तोमर और इंदौर-1 से विधायक चुने गए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी प्रस्ताव पर समर्थन जाहिर किया।
कौन हैं मोहन यादव?
उज्जैन दक्षिण से तीन बार के विधायक रहे यादव अन्य पिछड़ा वर्ग यानी OBC से आते हैं। वह, चौहान सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं। उन्हें साल 2020 में पहली बार मंत्री बनाया गया था। कहा जाता है कि वह हिंदुत्व के मुद्दे पर मुखर रहते हैं और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) से भी दशकों से जुड़े हुए हैं। इधर, डिप्टी सीएम बनने जा रहे देवड़ा मंदसौर से आते हैं और शुक्ला का क्षेत्र रीवा है।