नई दिल्ली:राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन को उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) में शामिल नहीं होने देना एक गलती है। जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन नाटो के लिए फायदेमंद साबित होता।
फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, जेलेंस्की ने कहा कि नाटो के बारे में बात करना हमारे लिए मुश्किल है क्योंकि वो हमें स्वीकार नहीं करना चाहते हैं। जेलेंस्की ने कहा कि मुझे लगता है कि यूक्रेन को शामिल नहीं करना नाटो गलती है, अगर हम शामिल होते तो संगठन को और अधिक मजबूत बनाते।
रूस की ओर से यूक्रेन पर हमले के पीछे की सबसे बड़ी वजह नाटो है। रूस ने बार-बार कहा है कि वह नहीं चाहता है कि यूक्रेन नाटो में शामिल हो। दरअसल, यूरोप को सोवियत संघ से बचाने के लिए शीत युद्ध की शुरुआत में नाटो नाम का एक संगठन बनाया गया। रूस के साथ एक महीने से अधिक से चल रहे युद्ध के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि वह संघर्ष विराम, रूसी सैनिकों की वापसी और सुरक्षा की गारंटी के बदले में नाटो सदस्यता नहीं लेने के लिए यूक्रेन से प्रतिबद्धता पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं।
जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से कहा है कि वह संयुक्त राज्य अमेरिका को एक सुरक्षा समझौते में शामिल देखना चाहते हैं जो यूक्रेन को भविष्य में रूस पर फिर से आक्रमण करने की संभावना को दूर करने के लिए दीर्घकालिक समर्थन प्रदान करेगा। 24 फरवरी को, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध की घोषणा की थी।
यूक्रेन में एक महीने से भी अधिक समय से रूस हमले कर रहा है। राजधानी कीव समेत कई शहरों को पूरी तरह तबाह कर दिया है। जंग में हजारों लोगों की मौत हुई है और लाखों यूक्रेनियन को शहर छोड़कर जाना पड़ा है।