उदयपुर:बिन ब्याहे ही अगर कोई लड़की मां बन जाए तो इस समाज में उसके परिजनों के पैरों तले जमीन सी खिसक जाती है। समाज में मुंह दिखा पाना भी उनके लिए दूभर हो जाता है। ऐसा ही मामला राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में सामने आया है। नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली एक नाबालिग लड़की के गर्भवती होने के बाद रेप की कहानी निकलकर सामने आई। बाल कल्याण समिति ने अब आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करवाने का निर्णय किया है।
दरअसल, पेट में दर्द होने पर परिवार वाले नाबालिग बेटी को अस्पताल लेकर पहुंचे थे, डॉक्टर ने जांच की तो उसके आठ माह का गर्भ होने का पता चला। यह सुनकर मां-बाप के पैरों तले जमीन खिसक गई। इस संबंध में बांसवाड़ा के सदर थाना पुलिस को सूचना दी गई। रविवार को बाल कल्याण समिति के सदस्य भी मौके पर पहुंचे। बच्ची की काउंसलिंग की गई तो आरोपी के बारे में पता चला।
आरोपी का नाम प्रतापगढ़ निवासी विजयदास बताया गया है। बाल कल्याण समिति के दिलीप रोकड़िया ने बताया कि उनकी ओर से सदर थाने में रिपोर्ट में दे दी गई है।
बच्ची के पिता ने समिति सदस्यों को बताया कि बेटी के गर्भवती होने की उन्हें जरा भी आशंका नहीं थी। बेटी आलू ज्यादा खाती थी, इसलिए जब भी वह पेट दर्द बताती तो परिवार को लगता कि एसिडिटी हुई होगी। हालांकि, डॉक्टर्स इस बात से हैरान है। उनका कहना है कि 5 महीने बाद गर्भवती का पेट दिखने लगता है। लड़की की मां इससे कैसे अनजान बनी रही।
खास बात यह है कि इन सबके बावजूद लड़की नियमित स्कूल भी जाती थी। इलाज कर रही डॉक्टर ने समिति सदस्यों को बताया कि गर्भ को 37 सप्ताह हो चुके हैं। सामान्य तौर पर पूर्ण प्रसव 40 सप्ताह का होता है। ऐसे में अब प्रसव के अलावा कोई अन्य रास्ता नहीं है। बच्चा प्री मेच्योर हुआ तो रिस्क और बढ़ जाएगा।
पेंसिल देने के बहाने किया था रेप
काउंसलिंग के दौरान बच्ची ने बताया कि नवंबर-दिसंबर के बीच आरोपी ने उसे पेंसिल देने का लालच देने के बाद एकांत में ले जाकर उसके साथ रेप किया। इसके बाद भी आरोपी मौका पाकर ऐसा करता रहा। पुलिस जांच में हकीकत सामने आएगी। पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।