नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनावों के बाद अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के केंद्र के फैसले के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित करेगी। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि राज्य का दर्जा और विशेष दर्जा छीनने के केंद्र के फैसले के खिलाफ प्रस्ताव पास करना विधानसभा का पहला कार्य होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के बाद जो पहला काम करेगी वह यह है कि क्षेत्र के राज्य का दर्जा और विशेष दर्जा छीनने के केंद्र के फैसले के खिलाफ प्रस्ताव पारित करेगी।” उमर अब्दुल्ला का यह बयान चुनाव आयोग द्वारा जम्मू-कश्मीर में 18, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को तीन चरणों में विधानसभा चुनाव की घोषणा के एक दिन बाद आया है। वोटों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को निरस्त करने के फैसले के खिलाफ दायर एक याचिका पर सुनवाई हुई थी। इस दौरान सर्वोच्च अदालत ने अनुच्छेद 370 और राज्य दर्जा बहाल करने की मांग को खारिज कर दिया। साथ ही केंद्र शासित प्रदेश में 30 सितंबर तक चुनाव कराने का निर्देश दिया। आपको बता दें कि यहां आखिरी विधानसभा चुनाव नवंबर-दिसंबर 2014 में हुए थे। जम्मू-कश्मीर 19 दिसंबर 2018 से राष्ट्रपति शासन के अधीन है।
उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल होने तक चुनाव में भाग नहीं लेने का ऐलान किया था। उनके पिता और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला आगामी चुनावों में पार्टी का नेतृत्व करेंगे।
फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश में केंद्र सरकार के शासन के खत्म होने की उम्मीद जताते हुए कहा, “मैं इस फैसले के लिए ईश्वर का शुक्रिया अदा करता हूं। पहले 20 और 25 तारीख के बीच तारीख तय होने की अटकलें लगाई जा रही थीं, इसलिए मुझे खुशी है कि तारीख आगे बढ़ा दी गई है। हम लोकसभा चुनावों के लिए तैयार थे और हमने अनुरोध किया था कि विधानसभा चुनाव भी उसी समय कराए जाएं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।”
इस बीच कांग्रेस, भाजपा, माकपा और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) समेत जम्मू-कश्मीर के कई राजनीतिक दलों ने तीन चरणों में विधानसभा चुनाव कराने की चुनाव आयोग की घोषणा की सराहना की है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव जीए मीर ने चुनाव आयोग के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यह एक लोकप्रिय सरकार के लिए जनता की आकांक्षाओं को दर्शाता है।
मीर ने कहा, “लोग एक लोकप्रिय सरकार के गठन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं और चुनावों की घोषणा लोगों की आकांक्षाओं को दर्शाती है। हमें पूरा विश्वास है कि जम्मू-कश्मीर के लोग चुनावों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।”
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख नेता और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इतिजा मुफ्ती ने भी चुनाव आयोग की घोषणा का स्वागत किया। इल्तिजा ने कहा, “पीडीपी चुनाव घोषणा का स्वागत करती है।”