डेस्क। मैक्स हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट ने 1660 करोड़ रुपये में जेपी समूह की दिवालिया कंपनी जेपी हेल्थकेयर को खरीदने का ऐलान किया है। मैक्स हेल्थकेयर इस कंपनी में 64 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी। मैक्स हेल्थकेयर ने शेयर बाजार को बताया कि उसने जेपी हेल्थकेयर लिमिटेड (जेएचएल) के प्रवर्तकों लक्षदीप समूह के साथ एक रणनीतिक समझौता किया है, जो कंपनी दिवाला समाधान प्रक्रिया (सीआईआरपी) से गुजर रही है।
कंपनी ने कहा कि सहयोग और प्रस्तावित अधिग्रहण से मैक्स हेल्थकेयर को जेएचएल में एक नियंत्रक हिस्सेदारी मिलेगी। इसमें जेएचएल की प्रमुख संपत्ति नोएडा स्थित 500 बिस्तरों वाला जेपी अस्पताल भी शामिल है। मैक्स जेएचएल के वित्तीय लेनदारों के स्वीकृत दावों का री-पेमेंट करेगी। बता दें कि फोर्टिस हेल्थकेयर, अपोलो हॉस्पिटल्स, मेदांता और मैक्स हेल्थकेयर उन आधा दर्जन कंपनियों में शामिल हैं, जिन्होंने जेपी हेल्थकेयर को खरीदने में रुचि दिखाई थी।
जेपी हेल्थकेयर पर कर्ज
केयर रेटिंग्स की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक जेसी फ्लावर्स एआरसी, बैंक ऑफ बड़ौदा, एक्जिम बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी ऑफ इंडिया (आर्किल) जेपी हेल्थकेयर लिमिटेड के लेंडर्स में से हैं। जेपी हेल्थकेयर लिमिटेड पर कुल कर्ज (ब्याज सहित) लगभग ₹1000 करोड़ है।
जून तिमाही के नतीजे
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में मैक्स हेल्थकेयर इंस्टिट्यूट का प्रॉफिट मामूली रूप से बढ़कर 295 करोड़ रुपये हो गया है। बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 291 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी की कुल आमदनी जून तिमाही में बढ़कर 2028 करोड़ रुपये हो गई है, जो बीते वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 1719 करोड़ रुपये थी।
शेयर का हाल
मैक्स हेल्थकेयर के शेयर की बात करें तो 908.70 रुपये का है। एक दिन पहले के मुकाबले शेयर की कीमत में 0.43% की गिरावट आई। 21 जून 2024 को शेयर 979.80 रुपये तक गया था। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई था।