डेस्क:कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने बागी उम्मीदवारों के खिलाफ बड़ा ऐक्शन लिया है। ऐसे 28 कैंडिडेंट्स को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण 6 साल के लिए निलंबित कर दिया गया है। राज्य के 22 विधानसभा क्षेत्रों में ये उम्मीदवार 20 नवंबर को होने वाले चुनाव में महा विकास आघाडी (MVA) के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ मैदान में हैं। जिन प्रमुख नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की गई है, उनमें पूर्व मंत्री राजेंद्र मुलक (रामटेक निर्वाचन क्षेत्र), याज्ञवल्क्य जिचकर (काटोल), कमल व्यवहारे (कसबा), मनोज शिंदे (कोपरी पचपखडी) और आबा बागुल (पार्वती) शामिल हैं।
कांग्रेस के एक बयान में कहा गया कि यह फैसला एआईसीसी प्रभारी रमेश चेन्निथला के निर्देश पर लिया गया है। मालूम हो कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने रविवार को अपना घोषणापत्र जारी किया था। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल और प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नाना पटोले की मौजूदगी में यह घोषणापत्र जारी किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने भाषणों के दौरान संविधान की लाल प्रति दिखाने पर पार्टी के नेता राहुल गांधी को शहरी नक्सली कहने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देवेंद्र फडणवीस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य की प्रगति और विकास के लिए यह महत्वपूर्ण है कि एमवीए महायुति को हराए।
घोषणापत्र की मुख्य बातें
घोषणापत्र की मुख्य विशेषताओं में महालक्ष्मी योजना शामिल है जिसके तहत महिलाओं को हर महीने 3,000 रुपये मिलेंगे। घोषणापत्र में महाराष्ट्र की महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा का भी वादा किया गया है। उन्होंने कहा कि एमवीए सरकार जाति जनगणना कराएगी और आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा भी हटाएगी। इसमें बेरोजगार युवाओं को 4,000 रुपये मासिक वजीफा देने का भी वादा किया गया है। घोषणापत्र में किसानों के 3 लाख रुपये तक के कर्ज माफ करने का वादा किया गया है। जो किसान समय पर अपना कर्ज चुकाएंगे उन्हें 50,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि मिलेगी।