डेस्क:संभल जामा मस्जिद सर्वे विवाद के बाद यूपी के बदायूं में एक और विवाद नीलकंठ महादेव मंदिर बनामा जामा मस्जिद का शुरू हो गया है। इस मामले की अगली सुनवाई तीन दिसम्बर को होगी। यह मामला बदायूं के सिविल जज सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक कोर्ट के न्यायाधीश अमित कुमार के न्यायालय में विचाराधीन हैं। वादी मुकेश पटेल ने जामा मस्जिद में नीलकंठ महादेव मंदिर होने का दावा दायर किया है जिस पर न्यायालय ने सुनवाई शुरू कर दी है। पहले सरकार पक्ष कि तरफ से बहस शुरू कि गई थी जो अब समाप्त हो गई। इंतजामिया कमेटी ओर वक्फ बोर्ड इसमें प्रतिवादी संख्या एक और दो है जो अपनी बहस करेंगे।
शनिवार को न्यायालय में मस्जिद पक्ष की इंतजामिया कमेटी ने अपनी बहस शुरू की। इंतजामिया कमेटी के अधिवक्ता अनवर आलम ने बहस की, जो आगे भी जारी रहेगी। सिविल जज सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक कोर्ट के न्यायाधीश अमित कुमार के न्यायालय में मामला विचाराधीन हैं। जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी के अधिवक्ता अनवर आलम ने बताया, कोर्ट में बहस की है। हमने पक्ष रखा है कि जामा मस्जिद में मंदिर का कोई अस्तित्व ही नहीं है। मस्जिद साढ़े आठ सौ साल पुरानी है। हिंदू महासभा की ओर से अधिवक्ता विवेक रेंडर ने बताया हमने नीलकंठ महादेव मंदिर में पूजा अर्चना की अनुमति के लिए याचिका दायर की है। इस मामले में सुनवाई योग्य है या नहीं, इसको लेकर बहस चल रही है।
जामा मस्जिद इंतजामियां पक्ष की के अधिवक्ता द्वारा शनिवार को बहस की है, उनकी बहस पूरी नहीं हो पाई है। वादी मुकेश पटेल ने जमा मस्जिद में नीलकंठ महादेव मंदिर होने का दावा दायर किया। जिस पर न्यायालय ने सुनवाई शुरू कर दी है। पहले सरकार पक्ष कि तरफ से बहस शुरू कि गयी थी जो अब समाप्त हो गई थी। मस्जिद पक्ष की बहस समाप्त होने के बाद, वादी पक्ष अपनी बहस शुरू करेगा न्यायालय को यह देखना हैं कि वाद चलेगा या नहीं जिसमें अब सुनवाई तीन दिसंबर को होगी।