बक्सर:राष्ट्रीय स्वयंसेवक के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि धर्म का वास्तविक अर्थ है समाज और विश्व का कल्याण। इसके लिए हमें शरीर को ठीक रखना है और मन को उदात्त। किसी भी परिस्थिति में हमें कर्तव्य पथ से विचलित नहीं होना चाहिए। मोहन भागवत ने बिहार के बक्सर जिला अंतर्गत अहिरौली गांव में आयोजित अंतरराष्ट्रीय संत सम्मेलन में संबोधन के दौरान यह बातें कहीं। आर एस एस प्रमुख संत सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
मंगलवार को देश भर से आए संतों और आर एस एस के स्वयंसेवकों से मोहन भागवत ने कहा कि किसी किसी के डर से नहीं बल्कि धर्म के लिए काम करना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय संत सम्मेलन के मोहन भागवत ने एलान किया कि सच्चा हिंदू बनो और मन में श्री राम का जाप करो।
अपने 17 मिनट के संबोधन में आर एस एस के सरसंघचालक डॉक्टर मोहन भागवत ने कहा कि ईश्वर की कोई कामना नहीं होती। फिर भी वह पुरुषार्थ की लीला दिखाते हैं। हमारी इच्छा पूरी करने के लिए प्रभु धरती पर अवतार लेते हैं। जब ईश्वर पुरुषार्थ करते हैं तो हमारा काम भी पुरुषार्थ करना है। उन्होंने संतो को नारेबाजी नहीं करने की सलाह दी और कहा कि हमेशा होश में रहना चाहिए। जोश में होश नहीं खोना चाहिए। उन्होंने कहा कि संतों की मनोकामना पूर्ण होती है। लेकिन इसके लिए और पुरुषार्थ करना पड़ता है। मोहन भागवत ने सम्मेलन में शामिल सभी लोगों को भविष्य की रणनीति को लेकर संदेश दिया।
बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद बीजेपी एक के बाद एक प्लान बना रही है। बक्सर के संत समागम में बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राज्यपाल को बुलाया गया था। संघ प्रमुख के साथ उनकी मुलाकात और बात भी हुई। दरअसल बीजेपी के लिए बिहार बहुत महत्पुर्ण हो गया है। इसलिए पार्टी के नेता बार-बिहार दौरे पर आते रहते हैं। आरएसएस प्रमुख के बिहार आगमन को रणनीति का हिस्सा बताया जा रहा है।
बक्सर के अहिरौली में श्री राम जन्म भूमि न्यास की ओर से नौ दिवसीय यज्ञ का आयोजन किया गया है। आर एस एस चीफ इसी यज्ञ में शामिल होने बक्सर आए। न्यास के पेट्रोन स्थानीय सांसद अश्विनी चौबे हैं। यज्ञ की शुरुआत 7 नवंबर को हुई और समापन 15 नवंबर को होगा। समापन समारोह में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शामिल होंगे। यज्ञ में देशभर से स्वयंसेवक और सनातन धर्म से जुड़े धार्मिक और आध्यात्मिक गुरु पहुंचे हैं।