नई दिल्ली:जब एक टीम आखिरी विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी कर लेती है। तब आप विपक्षी टीम के रणनीति के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कह सकते। हालांकि भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ पहले वनडे में कुछ गलतियां जरूर की। वहीं बांग्लादेश के मेहदी हसन ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए ऐतिहासिक जीत हासिल की। ये कहना है भारत के पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर का।
क्रिकबज के एक कार्यक्रम में बात हुए वसीम जाफर ने कहा कि बांग्लादेश की जीत में गेंद से हीरो रहे शाकिब अल हसन (5/36) और इबादत हुसैन (4/47) भी रहे। मेहदी ने 39 गेंदों पर 38 नाबाद बनाकर बांग्लादेश को वनडे इतिहास में भारत पर छठी जीत दर्ज करने में मदद की। अगर भारत के लिहाज से बात करें तो मोहम्मद सिराज (3/32) कुलदीप सेन और दीपक चाहर ने अपना प्रभाव छोड़ा है। राहुल के अलावा कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका।
वसीम जाफर ने बताया कि भारतीय के लिए गेंदबाजी इस मैच में मजबूत पक्ष रहा। सिराज ने एक बार फिर सिद्ध किया, क्यों उन्हें वनडे में होना चाहिए। इस मैच में यह एक अनुभवहीन गेंदबाजी क्रम था, जिसमें कुलदीप सेन डेब्यू पर थे और सिराज, दीपक चाहर और शार्दुल ठाकुर के अलावा किसी ने 10 वनडे भी नहीं खेले थे।
आगे कहा कि, आज भारत की रणनीति खराब थी। केएल राहुल को छोड़ दें तो शायद किसी भी खिलाड़ी को विकेट का धीमापन और दोहरा उछाल रास नहीं आया। टॉस हारने के बाद भारत अति आक्रामक रवैये से खेलता रहा और 41.2 ओवरों में ऑल आउट हो गया। अगर भारत ने 20-25 रन और बनाए होतो तो परिणाम अलग हो सकता था।