जयपुर:राजस्थान के अलवर जिले के राजगढ़ उपखंड में 300 साल पुराने मंदिर तोड़ने के मामले राज्य सरकार द्वारा जायज मांगे नहीं पर भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा राजगढ़ कस्बे में रात्रि को मंदिर परिसर में ही धरने पर बैठ गए। किरोड़ी लाल ने ट्वीट कर लिखा- बाबा भोलेनाथ के मंदिर को बनाने के लिए मैं जीवन के अंतिम क्षण तय यह लड़ाई लडूंगा। बाबा भोलेनाथ के भक्तों के साथ अगर मुझे सैकड़ों दिन धरने पर बैठन पड़े तो मैं पीछे नहीं हटूंगा। इससे पहले भाजपा सांसद शुक्रवार को राजगढ़ थाने के सामने धरने पर बैठ गए थे। किरोड़ी लाल ने मंदिर तोड़ने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर धरने पर बैठे है
राज्य सरकार तीनों मंदिरों का पुननिर्माण कराए। जि तोड़े गए घरों के कानूनी दस्तावेज है, उन्हें मुआवजा दिया जाए। जिन अधिकारियों ने तोड़ने का काम किया है उन पर दंडनात्मक कार्रवाई एव पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच की जाए। इस बीच राज्य सरकार ने भाजपा नगरपालिका बोर्ड को नोटिस थमा दिया है। नोटिस का जवाब देने के लिए 12 घंटे का समय दिया गया है। नोटिस में पूछा गया है कि आखिर 300 पुराने मंदिर को क्यों तोड़ा गया। उल्लेखनीय है कि अलवर के राजगढ़ में भाजपा का निकाय बोर्ड है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राजगढ़ नगरीय निकाय बोर्ड का चेयरमैन भाजपा का है। उन्ह ने बोर्ड में प्रस्ताव लाकर सड़क चौड़ीकरण के लिए मंदिरों और घरों को गिराया। उन्हीं के इशारे पर मंदिर को तोड़ा गया।
भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा शुक्रवार को ही राजगढ़ पहुंच गए थे। उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात की और गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा। किरोड़ी लाल ने ट्वीट कर लिखा- यह स्पष्ट है कि गहलोत सरकार हिंदू विरोधी है। मंदिरों को तोड़कर वह हिंदू आस्था पर चोट पहुंचा रही है। अलवर के राजगढ़ में 20 अप्रैल को नगर प्रशासन ने विकास की आड़ में 300 साल पुराने मंदिर को ध्वस्त कर दिया। आखिर मुख्यमंत्री जी को हिंदू और उनकी आस्था से इतनी चिढ़ क्यों है? उल्लेखनीय कि राजगढ़ कस्बे में मास्टर प्लान के तहत मकानों और दुकानों को तोड़ने का कार्य किया जा रहा है। जिसके विरोध में शहरवासी प्रशासन के खिलाफ लामबंद हो गए है।