बीजिंग:चीन ईस्टर्न प्लेन हादसे के करीब 18 घंटे बाद भी मलबे में कोई जीवित नहीं मिला है। 132 लोगों को लेकर जा रहा विमान सोमवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। यह देश में लगभग एक दशक में हुए सबसे भीषण आपदाओं में से एक है। स्टेट ब्रॉडकास्टर सीसीटीवी के मुताबिक, “विमान का मलबा घटनास्थल पर मिला, लेकिन अब तक इसमें सवार किसी का भी पता नहीं चला है। मंगलवार को भी तलाश अभियान जारी है।”
विमान दक्षिणी प्रांत गुआंगशी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और हादसे के कारण पहाड़ी इलाके में आग लग गई थी। ‘बोइंग 737-800’ विमान कुनमिंग से गुआनझो जाते समय गुआंगशी क्षेत्र में वुझो शहर के पास हादसे का शिकार हो गया था। चीन के नागरिक उड्डयन प्रशासन ने बताया कि विमान में 123 यात्री और चालक दल के नौ सदस्य सवार थे।
चीन के राष्ट्रपति ने जांच पूरी करने का दिया आदेश
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने व्यापक बचाव अभियान चलाने और नागरिक उड्डयन सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ हादसे की पूर्ण जांच करने का आदेश भी दिया है। वहीं, चीन की तीन सबसे बड़ी विमानन कंपनियों में शामिल ‘चाइना ईस्टर्न एयरलाइन’ ने हादसे के बाद अपने सभी बोईंग 737-800 विमानों की उड़ानें रद्द कर दी हैं। ‘चाइना ईस्टर्न एयरलाइन’ ने अपनी वेबसाइट का रंग भी बदलकर काला कर दिया है।
2019 में भारत में बोइंग 737 मैक्स विमानों पर लगा प्रतिबंध
बोइंग 737 मैक्स विमान बोइंग 737-800 का अपग्रेडेड वर्जन है और दोनों 737 सीरीज के हैं। अमेरिका स्थित विमान निर्माता बोइंग ने इस मामले पर बयान नहीं दिया है। अक्टूबर 2018 और मार्च 2019 के बीच छह महीने के दौरान दो बोइंग 737 मैक्स विमान दुर्घटनाओं में शामिल थे, जिसमें कुल 346 लोग मारे गए थे। इन दो दुर्घटनाओं के बाद डीजीसीए ने मार्च 2019 में भारत में बोइंग 737 मैक्स विमानों पर प्रतिबंध लगा दिया था।