भोपाल:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोपाल पहुंचने से पहले सोमवार को भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम उमा भारती ने एक बार फिर महिला आरक्षण में ओबीसी कोटे की मांग की है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि पीएम नरेंद्र मोदी हाल ही में पास हुए विधेयक में ओबीसी कोटे को लेकर ‘सकारात्मक संकेत’ देंगे। पिछले हफ्ते विधेयक पास होने के बाद उमा भारती ने कोटा नहीं मिलने पर निराशा जाहिर की थी। विपक्षी पार्टियां भी महिला आरक्षण में ओबीसी कोटे की डिमांड कर रही हैं, जबकि सरकार साफ कर चुकी है कि संसद में एससी और एसटी वर्ग के लिए ही आरक्षण का प्रावधान है। महिला आरक्षण विधेयक में लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में 33 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं।
पीएम मोदी के दौरे से भोपाल पहुंचने से कुछ घंटे पहले उमा भारती ने एक्स पर लिखा, ‘पीएम मोदी का भोपाल की धरती पर स्वागत है। वह गरीबों और पिछड़ों के मसीहा हैं, मुझे विश्वास है कि महिलाओं के लिए ओबीसी आरक्षण पर वह एक सकारात्मक संकेत देंगे।’ भारती ने पिछले हफ्ते महिला आरक्षण बिल को संसद में पेश किए जाने पर खुशी जाहिर की, लेकिन ओबीसी कोटा नहीं होने को लेकर निराशा जाहिर की थी। कई मुद्दों पर अपनी नाखुशी जाहिर कर चुकीं वरिष्ठ नेता ने इस बात से इनकार किया था कि उन्होंने राजनीति छोड़ दी है।’
उन्होंने सागर जिले में एक रैली में कहा था, ‘मैंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था क्योंकि मुझे काम करते हुए कई साल हो गए थे। मैंने पांच साल का ‘ब्रेक’ लेने के बारे में सोचा। लोगों को लगा कि मैंने राजनीति छोड़ दी है। मैं यह कहते-कहते थक गया हूं कि मैंने राजनीति नहीं छोड़ी है।’ भारती आखिरी बार उत्तर प्रदेश के झांसी से लोकसभा सदस्य चुनी गईं थीं।
इस महीने की शुरुआत में मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री भारती ने जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित नहीं किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की थी, जिसे तीन सितंबर को पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा शुरू किया गया था। भारती ने मध्य प्रदेश में कड़ी शराब नीति की मांग को लेकर एक अभियान भी चलाया था और कथित तौर पर विरोध स्वरूप कुछ दुकानों पर पथराव किया था। शराब नीति में संशोधन की मांग को लेकर वह एक मंदिर में भी रुकी थीं।