उज्जैन: रेप केस की खबर ने सभी की आंखें नम कर दीं। सड़क पर खून से सनी हुई एक 15 साल की लड़की मदद की गुहार लगाती रही। वो अर्धनग्न हालत में थी और ठीक से चल भी नहीं पा रही थी। बावजूद, कई लोग उसे देखकर नजरअंदाज कर दिए। पुलिस ने बताया था कि कुछ लोग दर्द से कराहती हुई बच्ची को देखकर 100-50 रुपए दिए थे। ऐसे में एक हिंदू पुजारी ने लड़की की मदद की और पुलिस को इसकी सूचना दी। इस केस में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। पुलिस ने बताया कि जिन लोगों ने लड़की को देखकर भी उसकी मदद नहीं की उनके खिलाफ सख्त ऐक्शन लिए जाएंगे और उन्हें आरोपों का सामना करना पड़ेगा।
पॉक्सो एक्ट के तहत एक्शन
मध्य प्रदेश के एक पुलिस अधिकारी ने ‘एनडीटीवी’ से बातचीत में बताया कि जिन लोगों ने सड़क पर खून से लथपथ बच्ची को देखकर भी मदद नहीं की उन पर बाल यौन शोषण कानून (पॉक्सो एक्ट) के तहत आरोप लगाया जा सकता है। पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत ऐक्शन ले सकती है।
खंगाले जा रहे सीसीटीवी
उज्जैन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयंत सिंह राठौड़ ने बताया कि एक ऐसे शख्स की पहचान की गई है जो नाबालिग लड़की को देखकर भी कोई मदद नहीं किया। वो एक ऑटो ड्राइवर है। उसने लड़की को इस हालत में देखकर पुलिस को कोई सूचना नहीं दी। पुलिस ने उसके खिलाफ ऐक्शन लिया है। उन्होंने आगे बताया कि सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। ऐसे सभी लोगों के खिलाफ पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी जो लड़की को देखकर भी मदद के लिए आगे नहीं आए।