शहडोल:मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के ऐलान के साथ प्रचार भी तेज हो गया है। मध्य प्रदेश के शहडोल में मंगलवार को राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर जमकर हमले किए। उन्होंने भ्रष्टाचार, अपराध, निजीकरण जैसे मुद्दे उठाकर शिवराज सरकार को घेरने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी का भी जिक्र किया। राहुल ने कहा कि आडवाणी ने कहा था कि आरएसएस का लैब गुजरात नहीं मध्य प्रदेश है।
राहुल गांधी ने भाषण की शुरुआत में ही भाजपा के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे पूर्व उपप्रधानमंत्री आडवाणी और उनकी किताब का जिक्र किया। राहुल ने कहा, ‘आडवाणी जी ने एक किताब लिखी थी। इसमें लिखा था कि आरएसएस और बीजेपी का सच्चा लैब यानी कारखाना गुजरात नहीं मध्य प्रदेश में है। यह उनका कहना था। जब मैं इस भाषण की तैयारी कर रहा था तो मैंने सोचा, आडवाणी जी ने कहा था कि मध्य प्रदेश उनका कारखाना है तो चलो देखते हैं आरएसएस-बीजेपी के लैब में क्या-क्या काम कर रहे हैं। 2-3 उदाहरण आपको देना चाहता हूं। बीजेपी के लैब में मरे हुए लोगों का इलाज किया जाता है। उनका पैसा चोरी किया जाता है। हिन्दुस्तान के किसी प्रदेश में ऐसा नहीं होता है। किसी प्रदेश में भगवान शिव से चोरी नहीं की जाती है, मध्य प्रदेश में महाकाल कॉरिडोर में शिवजी से चोरी की जाती है। बच्चों के स्कूल यूनिफॉर्म, मिड-डे-मील का पैसा बीजेपी के लैब में चोरी की जाती है।’
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के लैब में हर दिन 3 किसान आत्महत्या करते हैं और महिलाओं के साथ साथ रोज बलात्कार होता है। राहुल गांधी ने उज्जैन में 12 साल की लड़की के साथ रेप, भोपाल में लड़की के साथ और उसके भाई की हत्या का जिक्र करते हुए कहा, ‘यह है बीजेपी और आरएसएस के लैब का काम। सिलेंडर 1200 रुपए का और जहां भी देखो वहां निजीकरण। बीजेपी के लैब में बीजेपी के नेता आदिवासियों पर बेसाब करते हैं। यह मतलब था आडवाणी जी का जब उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में आरएसएस-बीजेपी का लैब बनेगा।’
राहुल गांधी ने आदिवासियों को बनवासी कहे जाने पर भाजपा को आड़े हाथों लिया और कहा कि वह उन्हें जंगलों तक सीमित रखना चाहती है। उन्होंने कहा कि कोविड में मध्य प्रदेश के आदिवासियों को सड़ा हुआ अनाज दिया गया, जैसा जानवर भी नहीं खाते। राहुल ने कहा, ‘यह कहते हैं कि आप जंगल के हो इसलिए आपको जंगल में रहना चाहिए और जंगल में मरना चाहिए।’ कांग्रेस सांसद ने कहा कि आदिवासियों को जमीन और जंगल का हक मिलना चाहिए। इसलिए कांग्रेस पेसा कानून लेकर आई।