जयपुर:राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने आज सीएम गहलोत पर जमकर निशाना साधा। वसुंधरा राजे ने विधायकों की बाड़ेबंदी पर सीएम गहलोत पर निशाना साधा। वसुंधरा ने कहा कि आपातकाल की भावना कांग्रेस के मन से अब भी नहीं निकली है। आज भी उसका आचरण आपातकाल जैसा ही है। विधायकों के पीछे पुलिस लगा रखी है जो कि सरकार के अंग है। ऐसा सुलूक तो अपराधियों के साथ किया जाता है कि जैसा कि विधायकों के साथ किया जा रहा है। वसुंधरा ने कहा कि भले ही गहलोत सरकार ने फिर से मीसा बंदियों की पेंशन बंद कर दी हो। लेकिन मैं विश्वास दिलाती हूं कि वर्ष 2023 में फिर से भाजपा की सरकार बनेगी। कांग्रेस ने लोकतंत्र सेनानियों का जो सम्मान छीना है, उसे ब्याज सहित वापस लौटाएगी। उनकी पेंशन चालू की जाएगी। मेरे कार्यकाल में भाजपा सरकार ने मीसा और डीआईआर के तहत जेल में गए सभी लोगों की पेंशन लागू की थी। पर 2008 में कांग्रेस सरकार आई तो इसे बंद कर दिया गया। जिसके बाद 2013 में हमारी सरकार ने न केवल पेंशन चालू की बल्कि इसे लोकतंत्र सेनानी का दर्जा दिया।
वसुंधरा राजे ने जामडोली में भाजपा विधायकों के प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि आपातकाल के दौरान प्रधानमंत्री की सेवाभाव को मेरा प्रणाम। वे हमारे नेताओं तक अहम जानकारियां उपलब्ध कराने के लिए भेष बदलकर जेल जाया करते थे। वहीं, जिन नेताओं के पीछे पुलिस लगी हुई थी। मोदी जी उन्हें स्कूटर से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाया करते थे। वसुंधरा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की पहली प्राथमिकता भारत की समृद्धि और लोकतंत्र की रक्षा करना है। मुझे विश्वास है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का हर नेता इसी भावना के साथ आगे बढ़ेगा। वसुंधरा राजे ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता जब अंधेरा छटेगा, सूरज निकलेगा और कमल खिलेगा से इशारों ही इशारों में सियासी संदेश भी दिया।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के अंत तक होने है। लेकिन राजस्थान भाजपा में मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर खींचतान है। हालांकि, पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि पीएम मोदी के चेहरे पर ही विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। लेकिन वसुंधरा समर्थकों की मांग है कि वसुंधरा राजे को सीएम फेस घोषित किया जाए। वसुंधरा समर्थक इसे लेकर नाराज बताए जा रहे हैं।