नई दिल्ली:चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के आमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 और 24 जून को पांच देशों के समूह ब्रिक्स के डिजिटल तरीके से आयोजित वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बता दें कि चीन मौजूदा वर्ष के लिए समूह के अध्यक्ष के रूप में शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) दुनिया के पांच सबसे बड़े विकासशील देशों का समूह है। यह समूह वैश्विक आबादी के 41 प्रतिशत, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 24 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार के 16 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के आमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 और 24 जून को चीन द्वारा डिजिटल तरीके से आयोजित 14वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इसमें 24 जून को अतिथि देशों के साथ वैश्विक घटनाक्रम पर एक उच्च स्तरीय वार्ता भी शामिल है।’’
बयान में कहा गया कि ब्रिक्स सभी विकासशील देशों के लिए सामान्य चिंता के मुद्दों पर चर्चा और विचार-विमर्श करने का एक मंच बन गया है। समूह ने नियमित रूप से बहुपक्षीय प्रणाली में सुधार पर जोर दिया है ताकि इसे अधिक प्रतिनिधित्व वाला और समावेशी बनाया जा सके।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘14वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान आतंकवाद रोधी उपाय, व्यापार, स्वास्थ्य, पारंपरिक चिकित्सा, पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, नवाचार, कृषि, तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण तथा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा होने की संभावना है।’’
बयान में कहा गया कि बहुपक्षीय प्रणाली में सुधार, कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने और वैश्विक आर्थिक सुधार जैसे मुद्दों पर भी वार्ता होने की संभावना है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि शिखर सम्मेलन से पहले बुधवार को ब्रिक्स बिजनेस फोरम के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी के रिकॉर्डेड भाषण को प्रसारित किया जाएगा।