मनुष्य को जीवन में एक बार शनि की महादशा का सामना करना पड़ता है। अगर आपकी राशि पर भी शनि भारी हैं और आप शनिदेव के अशुभ प्रभावों से बचना चाहता हैं, तो मार्गशीर्ष मास के पहले शनिवार को शनिदेव को प्रसन्न करने के खास संयोग बन रहे हैं। वर्तमान में कुछ राशियों पर शनि की साढ़ेसाती व शनि ढैय्या चल रही है। शनि की साढ़ेसाती व ढैय्या से पीड़ित जातकों को शनिवार को कुछ खास उपाय जरूर करने चाहिए।
इन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती व ढैय्या-
धनु, मकर व कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। इस दौरान इन राशियों से जुड़े जातकों को हर काम में सावधानी बरतने की जरूरत है। मिथुन व तुला राशि वालों पर शनि ढैय्या का प्रभाव है।
मार्गशीर्ष मास का पहला शनिवार खास-
हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष महीना 09 नवंबर से आरंभ हुआ था। इसे अगहन या अग्रहायण भी कहते हैं। 12 नवंबर 2022 को मार्गशीर्ष मास का पहला शनिवार है। शास्त्रों के अनुसार, इस महीने भगवान विष्णु की विधिवत पूजा की जाती है। इस महीने में माता लक्ष्मी की पूजा का भी विधान है। मार्गशीर्ष मास में शनिदेव की पूजा भी विशेष महत्व है।
शनिवार को संकष्टी चतुर्थी का संयोग-
12 नवंबर 2022 को मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस दिन संकष्टी चतुर्थी व्रत भी रखा जाएगा। ऐसे में इस दिन शनि देव के साथ साथ गणेश जी की पूजा का भी संयोग बन रहा है।
शनिवार को इन राशियों के लोग करें ये उपाय-
1. शनि चालीसा का पाठ करें।
2. हनुमान चालीसा का पाठ करें।
3. मोटे अनाज का दान करें।
4. काले वस्त्रों व कंबल का दान करें।
5. लोहा व काले तिल का दान करें।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।