नई दिल्ली। राम राज नभगेस सुनु सचराचर जग माहिं। काल कर्म सुभाव गुन कृत दुख काहुहि नाहिं॥ दिल्ली की वित्त मंत्री आतिशी ने बजट भाषण के शुरू में रामचरित मानस की इस चौपाई से समझा दिया कि अरविंद केजरीवाल सरकार अपने बजट और सपनों की दिल्ली में रामराज्य की अवधारणा पर काम हो रही है।
आतिशी ने चौपाई का अर्थ समझाते हुए कहा कि श्री राम के राज्य में जड़, चेतन, सारे जगत में काल, कर्म, स्वभाव और गुणों से उत्पन्न हुए दुख किसी को भी नहीं होते। इसी रामराज्य के सपने को साकार करने के लिए हम पिछले 9 साल से दिन-रात मेहनत कर रहे हैं।
आतिशी ने सदन में पूरे 1 घंटा 42 मिनट तक चले अपने भाषण में बीते 10 साल में दिल्ली की बदली तस्वीर पेशी की। वह सरकार के कामकाज को बताने से पहले राम व उनके राम राज्य का जिक्र कर रही थीं। पूरे भाषण के दौरान उन्होंने करीब 50 बार राम का नाम लिया तो 23 बार रामराज्य का जिक्र किया।
पूरे भाषण में उन्होंने दो बार रामचरित मानस की चौपाई पढ़ीं। उन्होंने स्वास्थ्य बजट से पहले भी रामचरितमानस की एक चौपाई का जिक्र करते हुए कहा कि रामराज्य में सभी को स्वस्थ्य और सेहतमंद रहने की जरूरत है।
आतिशी के माता-पिता भी भाषण सुनने पहुंचे : आतिशी बतौर वित्त मंत्री पहली बार सदन में अपना बजट पेश कर रही थीं। बेटी की इस उपलब्धि को देखने के लिए उनके पिता विजय सिंह और मां तृप्ता वाही और भाई भी सदन में पहुंचे हुए थे। विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने सदन में उनकी मौजूदगी से सबको अवगत कराया।
प्रभु श्रीराम से केजरीवाल की तुलना
आतिशी ने बजट भाषण के दौरान रामराज्य का सिद्धांत समझाते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तुलना श्रीराम से कर डाली। उन्होंने कहा कि महाराजा दशरथ द्वारा माता कैकेयी के एक वचन को पूरा करने के लिए 14 साल वनवास काटा। ठीक उसी तरह मुख्यमंत्री ने दिल्ली के लोगों से वादा किया था कि वो दिल्लीवालों की जिंदगी को बेहतर सुविधाएं देंगे। उसे पूरा करने के लिए उन्हें कई अड़चनों का सामना करना पड़ा। काम रोकने की कोशिश की गई, लेकिन जिस तरह भगवान राम डटे रहे, वैसे ही हमारे मुख्यमंत्री बीते 9 साल से डटे हुए हैं। इस दौरान उन्होंने पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की तुलना हनुमान से की।
पहली बार आउटकम बजट पेश नहीं हुआ
पहली बार हुआ है कि सदन में बजट से पहले आउटकम बजट पेश नहीं किया। केजरीवाल सरकार हर बार बजट से पहले आउटकम बजट लेकर आती थी, जिसमें वह पिछले बजट में हुए कामों का जिक्र करती थी। इसमें यह बताया जाता था कि उनकी कितनी योजनाएं पटरी पर रहीं और कौन सी बेपटरी रही। पिछले बजट का जिक्र नहीं करने और योजानओं के स्टेट्स के एक सवाल पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जरूर कहा कि पूरे बजट में बीते दस साल की तस्वीर दिखाई गई है। वित्त मंत्री आतिशी ने बजट को दो भाग में पेश किया। एक में दस साल में क्या-क्या काम हुआ उसके बारे में बताया। दूसरे भाग में 2024-25 का बजट प्रस्ताव रखा।