डेस्क:आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बीजेपी के एफडेविट वाले दावे पर मानहानि का मुकदमा करने की बात कही है। मामला उनकी पत्नी का वोट काटने की कोशिश के आऱोपों से जुड़ा है। रविवार को संजय सिंह ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उनकी पत्नी अनिता सिंह का वोट कटवाने के लिए आवेदन दिया गया है। उन्होंने कहा था कि यह आवेदन एक नहीं बल्कि दो-दो बार दिया गया।
इस पर बीजेपी ने पलटवार किया और एक एफिडेविट दिखाते हुए दावा किया कि इसमें अनीता सिंह ने खुद को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुरा का वोटर बताया है। यह एफिडेविट बीजेपी आई़टी सेल के हेड अमित मालवीय और बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर शेयर किया था।
बीजेपी के इस दावे पर संजय सिंह ने भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय और बीजेपी सांसद मनोज तिवारी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करने की बात की है। उन्होंने कहा, जिस एफिडेविट की बात वह कर रहे हैं वह जनवरी 2024 का है। अनीता सिंह ने 4 जनवरी 2024 को सुल्तानपुर के जिला निर्वाचन अधिकारी को वोट कटवाने का आवेदन किया था। उन्होंने कहा, बीजेपी नेता अमित मालवीय और मनोज तिवारी ने मेरा अपमान किया है। अब मैं इन दोनों नेताओं के ख़िलाफ़ मानहानि का मुकदमा करूंगा।
अमित मालवीय और मनोज तिवारी ने क्या कहा था?
बता दें, अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर इस एफडेफिट को शेयर करते हुए कहा था, यह अनीता सिंह, संजय सिंह की धर्मपत्नी का एफिडेविट है, जिसमें वह कह रही हैं कि वह सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश की वोटर हैं। अब जो दिल्ली की वोटर ही नहीं हैं, उनका नाम भला दिल्ली की वोटर लिस्ट से कैसे कटवाया जा सकता है? और यदि उन्होंने एफिडेविट में स्वयं को सुल्तानपुर का वोटर बताया है, लेकिन दिल्ली में भी वोट करती हैं, तो यह कानूनन अपराध है। अब संजय सिंह को तय करना चाहिए कि अपनी पत्नी को और कितना अपमानित करवाना है।
वहीं मनोज तिवारी ने कहा था, थोड़े दिन पहले आज तक के डिबेट में मैंने दावा किया था, आप एक उदाहरण बताइए जहां किसी पूर्वांचली का वोट बीजेपी कार्यकर्ता ने कटवाया हो, तो आपने भाभी को ही झूठी राजनीति का शिकार बना दिया। अब उनकी बेइज्जती हो रही है तो मुझे बुरा लग रहा है। दोस्तों यह अनीता सिंह जी, संजय सिंह की धर्मपत्नी का ही एफिडेविट है, जिसमें वह कह रही हैं कि वह सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश की वोटर हैं। अब जो दिल्ली की वोटर ही नहीं हैं, उनका नाम भला दिल्ली की वोटर लिस्ट से कैसे कटवाया जा सकता है? और यदि उन्होंने एफिडेविट में स्वयं को सुल्तानपुर का वोटर बताया है, लेकिन दिल्ली में भी वोट करती हैं, तो यह कानूनन अपराध है। अब दिल्ली को तय करना चाहिए कि आम आदमी पार्टी झूठ के दलदल में कितनी गिरेगी इलीगल बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्यायों को बचाने के लिये ।