मुरैना:चंबल अंचल में आई बाढ़ ने सैकड़ों गांव को तबाह कर दिया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा किया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि हर साल अंचल के लोगों के लिए बाढ़ सबसे बड़ी आपदा बनकर आ रही है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करने के लिए सरकार से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी हम लोग चर्चा कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि भविष्य को लेकर भी हम समाधान और एक नीति तय कर रहे हैं। इस अभियान को हमने 4 चरणों में बांटा है।
पहले चरण में राशन, कपड़ा और मकान
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि हमने तय किया है पहले चरण में जितने भी लोग प्रभावित हुए हैं उनको तत्काल राशन, कपड़ा की व्यवस्था की जाए और जिनके घरों में नुकसान हुआ है उनके लिए घरों की व्यवस्था की जाए। अगले दो दिन के अंदर हम पहले चरण को क्रियान्वयन कर पाएंगे। हमने टारगेट निर्धारित किया है।
दूसरे चरण में मुआवजा
पहला चरण खत्म होने के बाद दूसरे चरण में तत्काल पूरे बाढ़ पीड़ितों को कितनी हानि हुई है? इसको लेकर जल्द से जल्द आकलन कर मुआवजा राशि राजस्व विभाग के द्वारा बाढ़ पीड़ितों के खातों में डालने का काम किया जाएगा। जिन लोगों को मुआवजा राशि दी जा रही है, उसकी सूची मकान पर चिपकाया जाएगा ताकि उनको पता लग सके कि किसको कितनी राशि मिली है और वह पटवारी या आरआई के पास जाकर सुलभ तरीके से उसे ले पाएं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके बाद तीसरे चरण में हमें देखना होगा कि बिजली और स्वास्थ्य का संकट कहां है? इसके साथ ही सड़कों का अभाव कहां पर है और किस गांव में है इसको भी देखना होगा। इसके साथ ही चौथे चरण में उन गांवों को देखना होगा जो हर साल बाढ़ से प्रभावित होते हैं। ऐसी गांव अधिकतर नीचे स्तर पर हैं। उनके लिए विस्थापन की व्यवस्था करनी होगी।
ऐसे गांव को हमें एक स्थान से दूसरे स्थान पर विस्थापन करना होगा। इसको लेकर गांव वालों से भी चर्चा करेंगे। राजस्व मंत्री जी के साथ मिलकर नई क्षेत्र में नई जमीन के आवंटन पर नए गांवो को बसाया जाएगा। मुझे विश्वास है कि इस योजना के अंतर्गत हमारे क्षेत्र की जनता-जनार्दन को जो लाभ देना है वह दे पाएंगे।