डेस्क:बिहार में बीपीएससी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर चल रहे अभ्यर्थियों के आंदोलन के बीच सियासी पारा भी चरम पर है। पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव और जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर उर्फ पीके के बीच तल्ख बयानबाजी हो रही है। प्रशांत किशोर ने कहा कि पप्पू यादव उनकी दहलीज पर आकर मदद के लिए गिड़गिड़ाते थे। वे गलती से चुनाव जीत गए और अब बयानबाजी कर रहे हैं। पीके ने आरोप लगाया कि पप्पू यादव बीपीएससी अभ्यर्थियों के साथ सिर्फ फोटो खिंचवा रहे हैं, उनकी मदद नहीं कर रहे हैं।
प्रशांत किशोर ने बीपीएससी अभ्यर्थियों के प्रतिनिधि मंडल द्वारा मुख्य सचिव से मुलाकात के बाद पटना में प्रेस वार्ता की। इस दौरान उनसे सांसद पप्पू यादव द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों पर सवाल किया गया। इस पर पीके ने तंज कसते हुए कहा कि वह ऐसे लोगों का जवाब नहीं देना चाहते हैं, जिनका कोई ठिकाना नहीं हैं। वह कितने बड़े नेता है यह सब जानते हैं।
पीके ने आगे कहा, “वह (पप्पू यादव) मेरी दहलीज पर गिड़गिड़ाते हुए मदद मांगने आए थे। चार बार प्रणाम करने आए और कहा कि भैया हमको मदद कीजिए। हमें बिहार की राजनीति में कोई जगह दीजिए। हम क्यों उनपर टीका-टिप्पणी करें।”
उन्होंने कहा कि पप्पू यादव अगर बड़े नेता हैं तो बीपीएससी अभ्यर्थियों की समस्या का हल निकाल दें। वह राज्यपाल से जाकर मिल रहे हैं। जिन अभ्यर्थियों को चोट लगी है, उनके साथ जाकर फोटो न खिंचवाएं, बल्कि उन्हें दवा भी भिजवाएं।
पप्पू यादव ने जारी किए थे पीके के वीडियो
इससे पहले सांसद पप्पू यादव ने जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर के रविवार को बीपीएससी अभ्यर्थियों के धरने के वीडियो जारी किए। उन्होंने आरोप लगाया कि पीके छात्रों को जाकर धमका और भड़का रहे हैं। पप्पू ने यह भी कहा कि लाठीचार्ज होने से पहेल ही पीके धरना स्थल से भाग गए थे।