नई दिल्ली:भगत सिंह के पोते युद्धविंदर सिंह ने शहीद-ए-आजम के साथ अरविंद केजरीवाल की तुलना पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह देखकर उन्हें और भगत सिंह के प्रेमियों को बहुत बुरा लगा है। युद्धविंदर सिंह ने आम आदमी पार्टी से भविष्य में ऐसा नहीं करने की अपील की है। उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी करके अपनी प्रतिक्रिया दी है। अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भगत सिंह और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बीच आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल की तस्वीर नजर आई थी।
दो महापुरुषों के बीच शराब घोटाले के केस में जेल गए केजरीवाल की तस्वीर दिखने पर विवाद खड़ा हो गया। भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। भाजपा ने इसे भगत सिंह और अंबेडकर का अपमान बताया। वहीं, आम आदमी पार्टी ने यह कहकर अपना बचाव किया कि केजरीवाल भगत सिंह की तरह ही तानाशाही के खिलाफ लड़ रहे हैं और इसलिए जेल गए हैं। अब भगत सिंह के पोते ने भी इस तुलना पर नाराजगी जाहिर की है।
युद्धविंदर सिंह ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘यह देखकर बहुत बुरा लगा। आम आदमी पार्टी को इस तरह नहीं करना चाहिए। किसी भी राजनेता को भगत सिंह और अंबेडकर जी के साथ अपनी तुलना नहीं करनी चाहिए। अपनी व्यक्तिगत राजनीति अपनी तरह करें, लेकिन इन महान लोगों से तुलना नहीं करनी चाहिए। हम इनके दिखाए रास्तों पर चलने का प्रयास कर सकते हैं। मुझे पूरे भारतवर्ष से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। भगत सिंह और बाबा साहेब के प्रेमियों को बहुत बुरा लगा है कि उनके साथ अरविंद केजरीवाल जी की तुलना की गई है। भविष्य में आम आदमी पार्टी इससे बचे।’
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी भगत सिंह और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के विचारों पर चलने का दावा करती है। दिल्ली सरकार के दफ्तरों में दोनों महापुरुषों की तस्वीर लगाई गई है। इस बीच केजरीवाल का वह वीडियो भी भाजपा नेता वायरल कर रहे हैं जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि अब दिल्ली सरकार के दफ्तरों में भगत सिंह और बीआर अंबेडकर की तस्वीरें लगाईं जाएंगी, किसी नेता या मुख्यमंत्री की तस्वीर नहीं लगाई जाएगी। अरविंद केजरीवाल को कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। एक अप्रैल को कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। केजरीवाल फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं। आम आदमी पार्टी केजरीवाल को सलाखों के पीछे दिखाकर अपने लिए सहानुभूति बटोरने की कोशिश कर रही है।