कोलकाता:पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुर्गा पूजा आयोजित कराने वाली समिति और क्लबों के लिए सहायता राशि बढ़ा दी है। सरकार ने मंगलवार को ऐलान किया कि राज्य सरकार की तरफ से अनुदान राशि 70 हजार से बढ़ाकर 85 हजार कर दिया गया है। साथ ही ममता सरकार ने इस राशि को अगले साल 1 लाख रुपए करने का भी वादा किया। अकेले कोलकाता और इसके आसपास के क्षेत्रों में लगभग 3000 सामुदायिक क्लब हैं। जबकि, राज्य भर में हर साल करीब 40000 स्थानों पर दुर्गा पूजा आयोजित होती है। इस साल टीएमसी सरकार दुर्गा पूजा के लिए कम से कम 340 करोड़ रुपये दान करेगी।
पश्चिम बंगाल में हर साल दुर्गा पूजा धूमधाम से आयोजित की जाती है। इस साल दुर्गा पूजा महोत्सव 9 अक्टूबर से 13 अक्टूबर के बीच किया जाना है। साल 2021 में यूनेस्को ने कोलकाता में दुर्गा पूजा को सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किया है। इस उपलब्धि के साथ ही राज्य के सबसे बड़े धार्मिक त्योहार को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली थी।
सीएम ममता बनर्जी ने मंगलवार को पूजा समितियों के अध्यक्ष और सरकारी अधिकारियों संग बैठक के दौरान कहा, “पिछले साल तक हम प्रत्येक क्लब को 70,000 रुपये देते थे। इस साल हम राशि बढ़ाकर 85,000 रुपये कर रहे हैं। अगले वर्ष हम अनुदान बढ़ाकर एक लाख रुपये करेंगे। मैं इसकी पहले से घोषणा कर रही हूं।” ममता बनर्जी ने घोषणा की कि क्लबों को पहले की तरह सभी सरकारी शुल्कों पर पूरी छूट मिलती रहेगी और बिजली बिल पर सब्सिडी मौजूदा 66% से बढ़ाकर 75% कर दी जाएगी।
सुरक्षा उपायों में नाकाम क्लबों को ब्लैक लिस्ट में डालेंगे
टीएमसी के नेताओं ने कहा कि दुर्गा पूजा आयोजकों के लिए अनुदान बढ़ाने का निर्णय मंगलवार सुबह राज्य कैबिनेट बनर्जी की एक संक्षिप्त बैठक में लिया गया। पूजा आयोजकों को संबोधित करते हुए, बनर्जी ने बंगाल के सबसे बड़े दुर्गा पूजा महोत्सव के दौरान सुरक्षा उपायों पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “पुलिस और पूजा आयोजकों को प्रत्येक स्थल पर भीड़ के लिए कई प्रवेश और निकास बिंदु सुनिश्चित करने चाहिए। सभी जगह क्विक रिस्पांस टीमें लगाई जाएं। कोई हंगामा नहीं होना चाहिए। यातायात रोकने या असुविधा पैदा करने के लिए जिम्मेदार पाए जाने वाले आयोजकों को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा।”
केंद्रीय बजट पर भड़की ममता, कहा- हमे कुछ नहीं मिला
ममता बनर्जी ने आज संसद में पेश किए गए मोदी सरकार 3.0 के पहले पूर्ण बजट पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “आज के बजट में हमें कुछ नहीं मिला। लेकिन हम हमेशा लोगों के साथ रहने की पूरी कोशिश करते हैं। एक गरीब सरकार इससे ज्यादा और क्या कर सकती है।”
2018 में सहायता राशि 10 हजार थी
इससे पहले 2023 में, जब ममता बनर्जी ने दुर्गा पूजा के लिए आयोजन समितियों के लिए वित्तीय सहायता को बढ़ाकर 70,000 रुपये किया था। तब भाजपा ने इसे चुनाव से पहले सार्वजनिक धन का दुरपयोग करार दिया था। बता दें कि साल 2018 में ममता बनर्जी सरकार ने दुर्गा पूजा के लिए वित्तीय सहायता शुरू की थी, तब यह राशि 10 हजार रुपए प्रति क्लब थी। साल 2022 में सहायता राशि बढ़ाकर 60,000 रुपये की गई थी।