लखनऊ। आगामी लोकसभा चुनाव में युवा वोटरों का मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर केंद्रीय चुनाव आयोग काफी गंभीर है। इसी मद्देनज़र आगामी 11 से 18 मार्च के बीच प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों में मतदाता साक्षरता क्लब की कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की ओर से इस बाबत राज्य के उच्च व बेसिक शिक्षक निदेशक को आवश्यक निर्देश जारी किये गये हैं।
बीती दो मार्च को प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारियों की तीन दिन समीक्षा करने के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार कह चुके हैं कि युवा वोटरों को मतदान के दिन घर से निकल कर मतदान केन्द्र जाकर मतदान करने को प्रेरित करने के लिए इस बार विशेष प्रयास किए जाएंगे। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी निधि श्रीवास्तव द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि कार्यशालाओं में मतदाता साक्षरता क्लब के सदस्यों, शैक्षणिक संस्थाओं में नामित कैंपस अंबेस्डर, नोडल अधिकारी और विधानसभा स्तर पर नामित सहायक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी और जिला स्तर पर नामित मतदाता जागरूकता अभियान के नोडल व सहायक नोडल अधिकारी शामिल होंगे।
इन कार्यशालाओं में कक्षा नौ से कक्षा 12 तथा महाविद्यालयों-विश्वविद्यालयों के लिए तैयार की गई निर्वाचन साक्षरता क्लब संदर्भ दर्शिका, निर्वाचन साक्षरता क्लबों के लिए सामान्य हैण्ड बुक, निर्वाचन साक्षरता क्लब के ब्रोशर आदि वितरित किए जाएंगे। उत्तर प्रदेश की नई वोटर लिस्ट में 18 से 19 वर्ष के आयुवर्ग के कुल 20.41 लाख युवा मतदाता है। यह युवा वोटर पहली दफा मतदान करेंगे। इस बार हुए वोटर लिस्ट के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण में खासतौर पर 18 से 19 वर्ष के आयुवर्ग के युवा वोटरों को वोटर बनाने पर खासा जोर दिया गया था। नतीजे में इस बार 15.57 लाख वोटर 18 से 19 वर्ष के आयुवर्ग के जोड़े गये। 20 से 29 साल के आयुवर्ग के 29.73 लाख वोटर जोड़े गये।