डेस्क:गौतम अडानी समूह की कंपनी- अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशनल इकनॉमिक जोन (एपी-सेज) ने डीपीए कंटेनर एंड क्लीन कार्गो टर्मिनल लिमिटेड के साथ एक रियायती समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत गुजरात के कांडला स्थित दीनदयाल बंदरगाह पर घाट संख्या 13 को विकसित करने की योजना है। यह घाट जहाज ठहरने के स्थान होते हैं। घाट संख्या 13 की बात करें तो 300 मीटर लंबा होगा और इसकी सालाना क्षमता 57 लाख टन है। इसके वित्त वर्ष 2026- 27 में चालू होने की संभावना है।
30 साल के लिए डील
आपको बता दें कि एपी-सेज को जुलाई, 2024 में 30 साल की रियायती अवधि के लिए घाट के डेवलपमेंट, ऑपरेशन और मेंटेनेंस के लिए आशय पत्र मिला था। एपी-सेज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और पूर्णकालिक निदेशक अश्विनी गुप्ता के मुताबिक घाट संख्या 13 दीनदयाल बंदरगाह पर हमारी उपस्थिति में विविधता लाएगा। अब हम बंदरगाह पर बहुउद्देशीय स्वच्छ कार्गो को संभालेंगे। इसके अलावा ड्राई थोक कार्गो को भी संभालने वाले हैं।
शेयर का हाल
अडानी पोर्ट्स के शेयर की बात करें तो यह बुधवार को 1430.20 रुपये पर बंद हुआ। एक दिन पहले के मुकाबले शेयर 1.58% टूट गया। शेयर के 52 हफ्ते का लो 754.50 रुपये है। यह भाव अक्टूबर 2023 में था। जून 2024 में शेयर की कीमत 1,607.95 रुपये थी। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई है।
एस्ट्रो ऑफशोर पर दांव
हाल ही में अडानी पोर्ट्स ने एस्ट्रो ऑफशोर में 80 प्रतिशत हिस्सेदारी 18.5 करोड़ डॉलर में खरीदने के लिए समझौता किया है। एस्ट्रो के मौजूदा प्रवर्तकों के पास शेष 20 प्रतिशत हिस्सेदारी रहेगी। साल 2009 में गठित एस्ट्रो पश्चिम एशिया, भारत, सुदूर पूर्व एशिया और अफ्रीका की एक अग्रणी वैश्विक ऑफशोर सपोर्ट वेसल्स (ओएसवी) परिचालक है। एस्ट्रो के पास 26 ऑफशोर सपोर्ट वेसल्स का बेड़ा है। 30 अप्रैल, 2024 तक एस्ट्रो का राजस्व 9.5 करोड़ डॉलर और एबिटा 4.1 करोड़ डॉलर रही थी।