नई दिल्ली:खालिस्तान समर्थकों के फिर से सिर उठाने के संकेत मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों और पंजाब से सटे राज्यों के पुलिस बल साझा काउंटर रणनीति पर काम करेंगे। खालिस्तान समर्थक तत्वों को चिन्हित करना, संदिग्ध आतंकी गतिविधियों पर मिलकर इनपुट जुटाने और कार्रवाई करने की आवश्यकता बताई गई है। साथ ही इनसे निपटने के लिए पुलिस बलों के साझा प्रशिक्षण पर भी जोर दिया गया है।
पिछले दिनों इस संबंध में ठोस इनपुट के बाद केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को सक्रिय किया गया है। सूत्रों ने बताया कि पंजाब के अलावा हरियाणा और उत्तरी राज्यों के आला पुलिस अधिकारियों और केंद्रीय अर्द्धसैन्य बलों के शीर्ष अधिकारियों की बैठक में अप्रैल में इस मुद्दे पर विस्तार से मंथन हुआ था। एक अधिकारी ने बताया कि यह काफी गंभीर मामला है कि प्रो खालिस्तानी गतिविधियां फिर से सिर उठा रही हैं।
सूत्रों ने कहा कि नॉर्दर्न रीजनल पुलिस कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक में एक आला अधिकारी ने स्पष्ट कहा कि खालिस्तान समर्थक गतिविधियों का फिर से सिर उठाना पूरे रीजन के राज्यों के लिए चिंता का विषय है। सूत्रों के मुताबिक, अधिकारी ने कहा कि अंतरराज्यीय सहयोग के लिए खाका तैयार करने को कहा गया है।
सूत्रों ने यह भी कहा कि बैठक में एक अन्य अधिकारी ने इस बात पर चिंता जताई थी कि खालिस्तान समर्थक आतंकी तत्वों को खासतौर पर कनाडा में आतंकी तत्व के रूप में नहीं माना जाता है। संबंधित देशों से खालिस्तान समर्थक गतिविधियां चलाई जा रही हैं।