स्पोर्ट्स डेस्क:रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर काफी जूझना पड़ रहा है। रोहित का ना तो बल्ला चल रहा और ना ही कप्तानी असरदार नजर आ रही। भारत को मेलबर्न में खेले गए चौथे टेस्ट में 184 रनों से हार का मुंह देखना पड़ा है। मेलबर्न टेस्ट के आखिरी दिन भारतीय टीम 340 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए महज 155 रनों पर सिमट गई। ओपनर यशस्वी जायसवाल (208 गेंदों में 84, आठ चौके) काफी देर तक अकेले संघर्ष करते रहे। हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने वाले पूर्व दिग्गज स्पिनर आर अश्विन ने सोमवार को एक रहस्यमयी पोस्ट की। अश्विन ने मैच के आखिरी दिन बिना किसी का नाम लिए दृढ़ संकल्प दिखाने की बात की, जिसपर लोगों ने अलग-अलग मतलब निकालने शुरू कर दिए।
अश्विन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा था, ”अच्छे लीडर तब उभरते हैं, जब वे संघर्ष के लिए दृढ़ संकल्प दिखाते हैं।” दिग्गज स्पिनर की यह पोस्ट चर्चा का विषय बन गई। कई लोगों ने कमेंट किया कि अश्विन ने कप्तान रोहित को ताना मारा है। कुछ ने कहा कि अश्विन और रोहित के बीच सबकुछ ठीक नहीं है। हालांकि, अश्विन ने कुछ घंटों के बाद ही अपनी पोस्ट पर सफाई दी और सच्चाई बयां की। उन्होंने पुरानी पोस्ट को लेकर लिखा, ”आजकल, निहित अर्थ को संदर्भ से बाहर ले जाया जा सकता है। मैं आज जायसवाल के शानदार संकल्प का जिक्र कर रहा था। ज्यादा टेंशन ना लें दोस्तों।’
बता दें कि 38 वर्षीय अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अचानक संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया था। उन्होंने गाबा में तीसरा टेस्ट ड्रॉ होने के बाद रिटायरमेंट का ऐलान किया था। वह ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बीच में ही भारत लौट आए। उन्हें सीरीज के पहले और तीसरे मैच मैं प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली थी। वह केवल दूसरे मैच में खेले। अश्विन ने अपने करियर में 106 टेस्ट में 537 विकेट चकाए। वह भारत के लिए दूसरे सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। अश्विन ने कहा था कि सीरीज के बीच में संन्यास लेने का एक कारण यह रहा कि उन्हें अपने खेल से रचनात्मक संतुष्टि नहीं मिल रही थी। हालांकि, वह क्लब स्तर के क्रिकेट के साथ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलना जारी रखेंगे।