नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली स्थित गाजीपुर लैंडफिल साइट पर दल्लूपुरा रविवार शाम करीब 5.23 बजे अचानक आग लग गई। आग की सूचना स्थानीय पुलिस और दमकल को दी गई। सूचना मिलने के बाद तुंरत दमकल की चार गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। जहां दमकल कर्मचारियों ने आग पर काबू पाने का काम शुरू किया लेकिन आग तेजी से फैल रही थी। इसे देखते हुए बाद में फिर चार गाड़ियों को और मौके पर भेजा गया। खबर लिखे जाने तक आग बुझाई नहीं जा सकी थी जबकि दमकल की 10 गाड़ियां आग बुझाने के काम में जुटी थीं।
गैस के कारण लगी आग
दिल्ली फायर सर्विस एसओ नरेश कुमार ने बताया कि आग लैंडफिल में पैदा होने वाली गैस के कारण लगी थी। मौजूदा वक्त में 10 फायर ब्रिगेड की 10 गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हुई हैं। इनमें से चार पहाड़ के ऊपरी हिस्से पर हैं। भीषण गर्मी के कारण आग बुझाने में मुश्किलें पैदा हो रही हैं। आग बुझाने के काम में जेसीबी मददगार हो रही है। सुबह तक आग पर काबू पा लिया जाएगा।
ऊंचाई पर आग, असहनीय ताप बन रहा चुनौती
वॉटर बाउजर नीचे ही खड़े हैं क्योंकि इन्हें ऊपर नहीं ले जाया जा सकता है। ऊपर चार गाड़ियां लगी हैं। कुछ खाली होकर आ रही हैं कुछ भरकर जा रही हैं। जेसीबी भी लगाए गए हैं। जेसीबी से काफी मदद मिल रही है। आग जहां लगी है वह जगह ऊंचाई पर है। आग भीषण है जिससे ज्यादा हीट पैदा हो रही है। इससे दमकल कर्मियों को आग बुझाने में दिक्कत पैदा हो रही है। कचरे के पहाड़ में भीतर गैस बनती है जिससे आग लगती है।
#WATCH | Delhi: Fire continues at Ghazipur landfill site. Efforts to douse the fire underway. pic.twitter.com/th5Z96IrLT
— ANI (@ANI) April 21, 2024
कूड़े के दबाव से बनती है मिथेन
दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि रविवार शाम 5.23 बजे गाजीपुर लैंड फिल साइट में आग लग गई है। सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। पानी डालने से आग की लपटे तो कम हो रही हैं, लेकिन धुंआ बढ़ रहा है। पानी सूखते ही दोबारा आग लग जा रही है। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कूड़े के दबाव से वहां मीथेन गैस बनती है, जिससे बार-बार दोबारा आग भड़कती है। आग गर्मी से खुद लगी या किसी मानवीय भूल की वजह से इसका पता नहीं चल सका है।
प्रदूषण ने जीना किया मुहाल
एक स्थानीय निवासी ने कहा- लैंडफिल साइट के आसपास सबसे पहली और सबसे बड़ी समस्या दुर्गंध है। प्रदूषण ने पिछले 10 वर्षों से क्षेत्र में लोगों के जीवन को मुश्किल बना दिया है। कई बार इसके खिलाफ शिकायत की गई लेकिन सरकार ध्यान नहीं देती है। एक अन्य निवासी ने कहा कि यहां रहने वालों के लिए जीवन कठिन है। सरकार कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए काम नहीं कर रही है। सरकार का स्वच्छता पर कोई फोकस नहीं है।
दमकल की अतिरिक्त गाड़ियां तैयार, सियासत भी तेज
अधिकारियों ने बताया कि दमकल की अतिरिक्त गाड़ियों को तैयार रखा गया है। आग लंबे समय तक जलती रह सकती है। वहीं पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। इस बीच भाजपा ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ने पिछले साल 31 दिसंबर तक कचरे के पहाड़ को हटाने का वादा किया था, लेकिन उसने वादा पूरा नहीं किया। इस हादसे के कारण क्षेत्र में धुआं फैल गया है, जिससे लोगों को असुविधा हो रही है।
कई-कई दिनों तक लगती है आग
फिलहाल मौके पर दमकल की गाड़ियों का आना-जाना लगा हुआ था। दमकल कर्मियों का कहना था कि कूड़ों के पहाड़ में लगी आग अक्सर कई-कई दिनों तक चल जाती है। फिलहाल आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। एक जगह आग बुझाई जाती है तो दूसरी जगह भड़क जाती है। वहीं लैंड फिल साइट के आसपास रह रहे स्थानीय लोगों का कहना है कि गर्मियों में अक्सर यहां आग लग जाती है।