भोपाल:मध्य प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने गुरुवार को 16 में से 15 नगर निगमों के महापौर पद के प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। अब सिर्फ रतलाम के लिए प्रत्याशी की घोषणा बाकी है। इन प्रत्याशियों में पूर्व विधायक की पत्नी से लेकर महिला कांग्रेस की पदाधिकारी तक शामिल हैं। कांग्रेस ने टिकट बंटवारे में जातिगत समीकरणों का भी खास ख्याल रखा है। प्रदेश कांग्रेस की ओर से मुहैया करायी गयी जानकारी के अनुसार भोपाल से पूर्व महापौर विभा पटेल को प्रत्याशी घोषित किया गया है। वह प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष भी हैं।
इसके अलावा इंदौर से संजय शुक्ला, ग्वालियर में श्रीमती शोभा सिकरवार और जबलपुर से जगत बहादुर सिंह को कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारने का तय किया गया है। सागर से पूर्व विधायक सुनील जैन की पत्नी निधि जैन, मुरैना में शारदा सोलंकी, कटनी से नेहा खंडेलवाल, सिंगरौली से अरविंद सिंह चंदेल, बुरहानपुर से शहनाज अंसारी, छिंदवाड़ा से विक्रम अहाके, रीवा से अजय मिश्रा बाबा, सतना से सिद्धार्थ कुशवाह, देवास से कविता रमेश व्यास, खंडवा से आशा मिश्रा और उज्जैन से महेश परमार को महापौर प्रत्याशी बनाया गया है।
कौन हैं खंडवा की आशा मिश्रा?
अब सिर्फ रतलाम नगर निगम के लिए महापौर प्रत्याशी की घोषणा बाकी है। मध्य प्रदेश कांग्रेस खंडवा नगर निगम के महापौर पद के लिए घोषित की गईं प्रत्याशी श्रीमती आशा मिश्रा के जरिए अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के साथ ही ब्राह्मण वोट भी साधने का प्रयास करती हुयी दिख रही है। आशा मिश्रा स्थानीय वरिष्ठ कांग्रेस नेता वीरेंद्र मिश्रा की पुत्रवधु हैं। उनके पति अमित मिश्रा यहां के रामेश्वर वार्ड से पार्षद रह चुके हैं। खंडवा महापौर पद ओबीसी महिला के लिए आरक्षित है।
दो बार की पार्षद को बुरहानपुर से टिकट
आशा मिश्रा ने प्रेम विवाह किया है और वह मूलत: अन्य पिछड़ा वर्ग से आती हैं। उनके भाई प्रवीण विश्वकर्मा युवक कांग्रेस में पदाधिकारी रहे हैं। माना जा रहा है कि आशा मिश्रा के जरिए कांग्रेस इस अंचल में राज्य में सत्तारूढ़ दल भाजपा को टक्कर देने में सफल रहेगी। इसके अलावा पड़ोसी जिला बुरहानपुर में नगर निगम महापौर पद के लिए शहनाज इस्माइल अंसारी को महापौर पद का प्रत्याशी घोषित किया गया है। वह दो बार पार्षद रह चुकी हैं। लगभग 12 वर्ष पहले वह बुरहानपुर में महापौर पद का चुनाव लगभग 4000 मतों से हार गयी थीं।