नई दिल्ली। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के महालक्ष्मी हत्याकांड की गुत्थी और उलझ गई है। इस मामले के आरोपी मुक्तिरंजन प्रताप रॉय ने आत्महत्या कर ली है। ओडिशा में उसकी लाश पेड़ से लटकती हुई मिली है। सेंट्रल-बेंगलुरु के डीसीपी शेखर एच टेककन्नावर ने इसकी जानकारी दी है। आरोप है कि मुक्तिरंजन ने बेंगलुरू में मल्लेश्वरम इलाके की एक इमारत में महालक्ष्मी की हत्या कर शव के 50 से अधिक टुकड़े कर दिये थे, जो एक फ्रिज से बरामद हुए थे। महालक्ष्मी की मां और बहन के शनिवार को उनके घर पहुंचने पर इस घटना की जानकारी मिली थी।
बेंगलुरु पुलिस को सूचना मिली थी कि महालक्ष्मी की नृशंस हत्या करने वाला मुक्तिरंजन अलग-अलग लोकेशन बदलते हुए ओडिशा पहुंच गया है। इस सूचना पर बेंगलुरु पुलिस की टीम आरोपी की धरपकड़ करने ओडिशा गई थी, लेकिन पुलिस को फांसी के फंदे से लटका उसका शव मिला। मौके पर से उसका एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें उसने महालक्ष्मी का कत्ल किए जाने की बात भी कबूल की है। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए चार टीम ओडिशा भेजी थी।
बता दें कि 29 वर्षीय महालक्ष्मी बेंगलुरु में संपीगे रोड पर मंत्री मॉल में काम करती थी। महिला के शरीर के टुकड़े कर उसे व्यालिकवल क्षेत्र के विनायकनगर में एक किराए के घर में फ्रिज में रखा गया था। घर से दुर्गंध आने पर स्थानीय निवासियों ने अधिकारियों को सूचित किया था। घटना की सूचना मिलते ही तीन दिन पहले पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को बरामद किया था। इस बीच, मृत महिला के अलग रह रहे पति ने उसके एक परिचित व्यक्ति पर वारदात में शामिल होने का संदेह जताया था। पुलिस मामले में किसी अशरफ नाम के शख्स को भी आरोपी मानकर जांच कर रही है।
नेपाल की रहने वाली महालक्ष्मी बेंगलुरु में अपने पति से पिछले 9 महीने से अलग रह रही थी। सोमवार को राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा था कि मामले के मुख्य आरोपी की पहचान कर ली गई है, जो ओडिशा का रहने वाला है। पुलिस को उसकी लोकेशन ओडिशा-बंगाल की सीमा पर मिली थी। इसी सुराग पर पुलिस की एक टीम आरोपी मुक्तिरंजन को पकड़ने ओडिशा गई थी।