मुंबई:महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी हो या फिर महायूति गठबंधन, दोनों की ही घटक दलों के बीच एक लड़ाई कॉमन है। सभी दल सीएम पद पर दावा ठोक रहे हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन में यह लड़ाई भाजपा और कांग्रेस के बीच है। एनसीपी अजित पवार को डिप्टी मानकर चल रही है। वहीं, एमवीए के तीनों ही दल अपना-अपना दावा पेश कर रहे हैं। इस बीच शरद पवार का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि अगर गठबंधन में कोई एक पार्टी सबसे बड़ी बनकर उभरती है, तो वह मुख्यमंत्री पद का दावा कर सकती है।
एक हालिया इंटरव्यू में शरद पवार ने स्पष्ट किया कि भले ही गठबंधन के भीतर कोई विशेष मुख्यमंत्री उम्मीदवार को पेश करने का निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी अगर सरकार बनाने की स्थिति में आती है तो वह इस पद के लिए अपना दावा पेश कर सकती है। उन्होंने कहा, “इसके लिए कोई निश्चित सूत्र नहीं है, लेकिन आम तौर पर मुख्यमंत्री पद को लेकर यही समझ बनी होगी।”
शरद पवार ने गठबंधन की सत्ता में आने की अहमियत पर बल दिया और कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा उचित समय पर की जाएगी। उन्होंने पहले उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करने का विरोध किया था और कांग्रेस ने भी इसी रुख का समर्थन किया था। उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना ने अपने गठबंधन सहयोगियों से ठंडी प्रतिक्रिया मिलने के बाद अपनी यह मांग वापस ले ली।
क्या चाहती है कांग्रेस?
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने शरद पवार के बयान को दोहराते हुए कहा, “हमने मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है। हालांकि, चुनावों के बाद जब MVA बहुमत प्राप्त करेगी तो गठबंधन के शीर्ष नेता बैठक करेंगे और इस पद के लिए नाम पर निर्णय लिया जाएगा।”
वहीं, सूत्रों ने बताया कि हाल ही में उद्धव ठाकरे दिल्ली यात्रा पर गए थे। उन्होंने कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी संभावित उम्मीदवारी पर चर्चा की थी। ठाकरे पहले भी मुख्यमंत्री रहे हैं। उन्हें इस पद के लिए स्वाभाविक रूप से दावा करने का हक है। कांग्रेस के उच्च नेतृत्व ने उन्हें पहले प्रदेश नेतृत्व से परामर्श करने की सलाह दी, जिसके बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि पार्टी को महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में 70 से 80 सीटें जीतने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, “अगर शरद पवार और उद्धव ठाकरे की पार्टियां अपने द्वारा लड़ें गए सीटों में से 50 प्रतिशत सीटें जीतने में सफल रहती हैं तो MVA 145 सीटों का आंकड़ा पार कर सकती है।”
उन्होंने कहा, “ऐसे में कांग्रेस राज्य में मुख्यमंत्री पद का दावा करने का अवसर नहीं गंवाएगी। महाराष्ट्र जैसी मजबूत स्थिति हमारे भविष्य के लिए अहम है। हम आशा करते हैं कि चीजें हमारे मुताबिक होंगी और हम शरद पवार का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने मुख्यमंत्री पद के मार्ग को स्पष्ट किया है। पवार आगामी सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।”
इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट हो रहा है कि महा विकास आघाड़ी में मुख्यमंत्री पद को लेकर विभिन्न दलों के बीच खींचतान जारी है। चुनाव परिणामों के बाद ही इस बारे में अंतिम फैसला लिया जाएगा।