जयपुर:राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की शनिवार के मुख्यमंत्री निवास पर हुए रोजा इफ्तार पार्टी विवादों में आ गई है। भाजपा ने रोजा इफ्तार पार्टी में छबड़ा सांप्रदायिक हिंसा के आरोपी के शामिल होने का आरोप लगाया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट कर लिखा-कांग्रेस का यह कैसा राज पीएफआई से प्यार, बहुसंख्यको को दुत्कार… पूनिया ने लिखा मुख्यमंत्री निवास में इफ्तार, दंगे आरोपियों को बुलाकर करते हैं दुलार, करौली में आरोपियों को बचाने की कवायद और अलवर जिले में शिव मंदिर व गौशाला से ऐतराज।’ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जिस प्रकार करौली में हिंसा और अब अलवर में मंदिर तोड़ने का मामला सामने आया है। वह इस बात का सबूत है कि प्रदेश की सरकार तुष्टिकरण की राजनीति करती है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने अपने ट्वीट के जरिए मुख्यमंत्री गहलोत पर भी निशाना साधा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की इफ्तार पार्टी में छबड़ा हिंसा के मुख्य आरोपी आसिफ हसाड़ी का शरीक होना राज्य सरकार के अपराधियों को संरक्षण देने का जीता जागता प्रमाण है। अपराधी इफ्तार पार्टी में शामिल होते हैं और इंटेलिजेंस हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है। गौरतलब है कि पिछले साल 11 अप्रैल को बारां जिले के छबड़ा में सांप्रदायिक हिंसा की घटना हुई थी। जिसमें आगजनी सहित अन्य घटनाओं को लेकर लंबे समय तक कांग्रेस-भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला था।
भाजपा नेता हिंसा की घटनाओं में शामिल मुख्य आरोपी के मुख्यमंत्री निवास पर हुए रोजा इफ्तार की पार्टी में शामिल होने का आरोप लगा रहे हैं। पूनिया ने कहा कि प्रदेश भाजपा जल्द ही गहलोत सरकार के खिलाफ ब्लैक पेपर जारी करेगी। इस ब्लैक पेपर के जरिए प्रदेश में हाल ही में हुई करौली हिंसा राजगढ़ में मंदिर तोड़ने की घटना और बढ़ते अपराध व भ्रष्टाचार से जुड़े कई मामलों को ब्लैक पेपर में शामिल किया जाएगा। प्रदेश भाजपा नेता यह ब्लैक पेपर तैयार करने में जुटे हैं।