जबलपुर:मध्य प्रदेश-एमपी में एक पिता और भाई की निर्मम हत्या में पुलिस ने एक नाबालिग लड़की को हिरासत में लिया है। आरोप है कि नाबालिग ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पिता और भाई का मर्डर किया था। मर्डर करने के बाद शवों के टुकड़े करने बाद उन्हें फ्रीज में भरकर फरार हो गए थे। यह पूरा हैरान करने वाला मामला एमपी क जबलपुर में सामने आया है।
प्रेमी के साथ मिलकर अपने पिता और नौ साल के भाई की हत्या कर उनके शवों के टुकड़े फ्रीज में भरकर फरार होने वाली नाबालिग लड़की को हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया है, जबकि उसका प्रेमी मुकुल फरार हो गया। गिरफ्तार नाबालिग लड़की ने पुलिस को बताया कि उसके प्रेमी मुकुल ने कुल्हाड़ी मारकर दोनों की हत्या की थी।
दो साल पहले पॉक्सो में जेल भिजवाने का बदला लेने के लिए उसने हत्याएं की। एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि 14-15 मार्च की रात मध्य प्रदेश के जबलपुर के सिविल लाइन्स में रेलवे की मिलेनियम कॉलोनी में खौफनाक हत्याकांड हुआ था। कॉलोनी के 363-3 ब्लॉक में जबलपुर रेल मंडल में हेड क्लर्क 52 साल के राजकुमार विश्वकर्मा और उनके नौ साल के बेटे तनिष्क की निर्मम तरीके से हत्या हुई थी।
दोनों की हत्या का आरोप उनकी बेटी और उसके प्रेमी मुकुल सिंह पर लगा था। बताया कि आरोपी मुकुल को दो साल पहले रेल कर्मचारी राजकुमार ने पॉक्सो के मामले में जेल भिजवा दिया था। बाद में बेटी ने बयान बदले थे। इसके बाद मुकुल जेल से आया और बेटी के साथ शादी का प्रस्ताव रखा लेकिन पिता नहीं माना।
इसके बाद आरेापी मुकुल ने हत्या की साजिश रची। आरोपी जेल जाने का बदला राजकुमार से लेना चाहता था। बताया कि राजकुमार की 17 साल की बेटी और उसके प्रेमी की तलाश में जबलपुर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी। इसी बीच पुलिस को मंगलवार की रात महिला जिला अस्पताल के पास संदिग्ध अवस्था में घूमती हुई मिली।
पुलिस ने रोका तो साथ में मौजूद युवक भाग निकला। शक होने पर कोतवाली हरिद्वार लाकर पूछताछ की गई। किशोरी ने बताया कि वह अपने प्रेमी मुकुल के साथ हरिद्वार आयी थी। किशोरी ने बताया कि कथित प्रेमी ने मार्च में जबलपुर में उसके पिता और भाई की कुल्हाड़ी से वार हत्या कर दी।
वारदात को अंजाम देने के बाद लगभग दो महीने से वह किशोरी को अपने साथ घुमा रहा था। पुलिस ने कोतवाली सिविल लाइंस जबलपुर से संपर्क कर किशोरी को पुलिस के सुपुर्द कर दिया है।
ऑनलाइन मंगवाए थे हथियार
किशोरी ने पुलिस को बताया कि हत्या करने के लिए आरोपी मुकुल ने ऑनलाइन कुल्हाड़ी और अन्य हथियार मंगवाए थे। बताया कि मोतीचूर के जंगल में उन्होंने हथियार फेंके हैं।
कई शहरों में लगाए दस हजार पोस्टर
जबलपुर पुलिस ने मुकुल सिंह वांटेड के 10 हजार पोस्टर कई शहरों में चिपकाए थे। पश्चिम बंगाल, नेपाल बॉर्डर पर भी पोस्टर लगाए गए थे, ताकि आरोपियों को पकड़ा जा सके।
इन शहरों में मिलती रही लोकेशन
आरोपियों को पकड़ने के लिए मध्यप्रदेश पुलिस की आठ टीमें मुंबई, पुणे, कर्नाटक, गोवा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब और बिहार में तलाश कर लौट आई। इसके बाद 11 अप्रैल को आरोपी मुकुल की लोकेशन चंडीगढ़ में मिली थी।
जबलपुर पुलिस ने पंजाब लेकर तलाश की लेकिन वह हरियाणा होकर 17 अप्रैल को अयोध्या पहुंच गए। यहां उसका मोबाइल कुछ देर के लिए चालू हुआ फिर बंद हो गया। आरोपियों की नेपाल बॉर्डर के पास भी लोकेशन मिली थी।
छह बार आए हैं हरिद्वार
किशोरी ने बताया कि वह देहरादून में रुके हुए थे और अब तक छह बार हरिद्वार आ चुके हैं। मंगलवार को वह छठीं बार हरिद्वार आए थे और पकड़े गए।